नोटबंदी से खफा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने इस स्कीम के खिलाफ बड़े स्तर पर मुहिम चलाने का ऐलान किया है.
ममता ने कहा, “भारत में 92 फीसदी ग्रामीणों के पास कोई बैंक अकाउंट नहीं है. कई जगहों पर काम करने वाले बहुत सारे लोग घर लौट गए और करीब 10 करोड़ लोग नौकरी गंवा चुके हैं.”
हम नोटबंदी से नौकरी गंवाने वाले लोगों की एक लिस्ट तैयार कर रहे हैं. यह सूची राष्ट्रपति को भेजेंगे.ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर ममता ने कहा, “अली बाबा और उनके चार सहयोगी सभी फैसले ले रहे हैं. ये ही देश की जनता, अपनी पार्टी और सरकार को नुकसान पहुंचा रहे हैं. भगवान ही जानता है, क्या-क्या फैसले लिए गए.”
ममता ने कहा, “देश ऐसे व्यक्ति के हाथों में बिल्कुल सुरक्षित नहीं है, जिसने सांप्रदायिक दंगों के साथ ही राजनीति की शुरुआत की.” वह साल 2002 के गुजरात में हुए दंगों के बारे में बोल रही थीं.
दंगों में हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. उस समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनसे कहा था, “आपने राजधर्म नहीं निभाया.”
'सड़कों पर उतरेगी टीएमसी'
ममता ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस एक जनवरी से 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' नारे के साथ सड़कों पर उतरेगी.
देश की कई राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की मुखालफत कर रही हैं.
-इनपुट आईएएनएस से
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)