पश्चिम बंगाल में चुनाव से करीब तीन महीने पहले ही चुनावी बिगुल बज चुका है. बीजेपी और ममता बनर्जी की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के बीच घमासान जारी है. चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी ने अपने ही अंदाज में माहौल बनाना शुरू कर दिया है. वहीं ममता बनर्जी को भी पता चल चुका है कि अब उनकी लड़ाई काफी मुश्किल होने वाली है. इसीलिए ममता ने भी कमर कसना शुरू कर दिया है. ममता ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को चिट्ठी लिखकर पीएम किसान सम्मान निधि के पैसे की मांग की है, साथ ही केंद्र सरकार के रवैये को लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार से भी बात की है.
पिछले कुछ हफ्तों से पश्चिम बंगाल की राजनीति में काफी कुछ चल रहा है. पहले नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्याएं उसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला, राज्य के तीन आईपीएस अफसरों को केंद्र का दिल्ली बुलाया जाना और टीएमसी नेताओं के इस्तीफे. इन तमाम घटनाओं ने चुनाव से कई महीने पहले ही सभी का ध्यान बंगाल की तरफ मोड़ दिया है.
कृषि मंत्री से मांगा फंड
अब ममता बनर्जी ने भी बीजेपी को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखी एक चिट्ठी में ममता ने आरोप लगाया है कि पीएम किसान सम्मान निधि का फंड अब तक राज्य को नहीं मिला है. ममता ने पहले भी केंद्र सरकार की इस योजना को राज्य के माध्यम से लागू करने की बात कही थी.
. ममता ने अपनी चिट्ठी में फिर दोहराया है कि केंद्र राज्य को जल्द से जल्द फंड दे, जिससे किसानों तक ये राशि पहुंचाई जा सके. बता दें कि अगर पश्चिम बंगाल में ये योजना लागू होती है तो करीब 70 लाख से ज्यादा किसानों को इसका फायदा होगा.
इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं. बीजेपी नेताओं और खुद पीएम मोदी ने इस बात का जिक्र किया है कि ममता बनर्जी ने पीएम किसान सम्मान निधि को राज्य में लागू नहीं होने दिया. वहीं टीएमसी और ममता का कहना है कि केंद्र सरकार राज्य को बाईपास कर रही है. केंद्र को राज्य सरकार को फंड मुहैया करना चाहिए, जिसके बाद राज्य इसे किसानों तक पहुंचाने का काम करेगा. हालांकि अब ममता ने किसानों की पूरी लिस्ट केंद्र को भेजने की बात कही है.
पवार से बात, बाकी नेताओं से होगी मुलाकात
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की हलचल के बाद अब ममता बनर्जी ने बाकी विपक्षी नेताओं से बातचीत भी शुरू कर दी है. ममता ने दिग्गज नेता और एनसीपी चीफ शरद पवार से बात की है. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने मीडिया को बताया कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है.
ममता ने शरद पवार से कहा कि बीजेपी सरकार पश्चिम बंगाल में अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रही है. राज्य को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है. इस बातचीत के दौरान ममता ने पश्चिम बंगाल के 3 आईपीएस अधिकारियों को दिल्ली बुलाए जाने का भी जिक्र किया और कहा कि ये सरासर गलत है.
बताया गया है कि इस बातचीत के बाद अब ममता और शरद पवार अन्य विपक्षी नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं. केंद्र सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने पर विचार किया जा सकता है. साथ ही जरूरत पड़ने पर शरद पवार खुद पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं. हालांकि अब तक साफ नहीं हुआ है कि ये बैठक कब होगी और इसमें कौन-कौन से नेता शामिल होंगे.
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