पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने खुद के पास 6 मंत्रालयों को रखा है. कोलकाता के राजभवन में तृणमूल कांग्रेस के 43 मंत्रियों ने शपथ ली, इसमें से 20 नए चेहरे हैं और मुख्यमंत्री समेत 9 महिलाएं भी शामिल हैं. सरकार में 24 कैबिनेट मंत्री, 10 स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री और 9 राज्यमंत्री शामिल हैं. बनर्जी ने खुद के पास गृह और पहाड़ी मामलों, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, सूचना और सांस्कृतिक मामलों, भूमि और भूमि सुधार और शरणार्थी पुनर्वास जैसे महत्वपूर्ण विभाग रखे हैं. मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल का भी ध्यान रखेंगी.
अमित मित्रा को वित्त मंत्रालय, फिरहाद हकीम को परिवार विभाग
अमित मित्रा को वित्त की जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन उनके अन्य विभाग वाणिज्य और उद्योग पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को दिए गए . चटर्जी आईटी और संसदीय मामलों का पोर्टफोलियो भी संभालेंगे.दूसरी ओर, आईटी को संभाल रहे ब्रत्य बसु को अब स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. मित्रा स्वस्थ्य नहीं हैं और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा वापस लाया गया ताकि वे वित्त को संभालना जारी रख सकें.
हालांकि अधिकांश पूर्व मंत्री अपने विभाग को बरकरार रखने में सफल रहे, लेकिन पूर्व शहरी विकास मंत्री और पूर्व मेयर फिरहाद हकीम परिवहन और आवास मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे. इससे पहले राज्य का परिवहन विभाग सुवेंदु अधिकारी के पास था जो चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.
पिछले कैबिनेट में दिलचस्प रूप से तीन सबसे शक्तिशाली मंत्रियों अरोप बिस्वास, ज्योतिप्रिया मुलविक और सोवनदेब चट्टोपाध्याय को अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं. मुलविक, जो पिछली बार खाद्य विभाग के प्रभारी थे, को वन और गैर-पारंपरिक ऊर्जा की जिम्मेदारी दी गई है.खाद्य और आपूर्ति विभाग पुलोक रॉय को दिया गया है, जो मंत्रालय में नए हैं.
विपक्ष के नेता चुने गए सुवेंदु अधिकारी
सुवेंदु अधिकारी को विपक्ष का नेता चुना गया है. नंदीग्राम से जीतने वाले अधिकारी ने मुख्यमंत्री को एक करीबी लड़ाई में हराया. सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में हिंसा की राजनीति को खत्म करने की होगी. उन्होंने कहा कि पार्टी नेता हर सत्र में हिस्सा लेंगे और शोषण, असमानता के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)