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PM के साथ बैठक विवाद के बीच ममता बनर्जी- ‘इस तरह बेइज्जती न करें’

प्रधानमंत्री मोदी और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की एक बैठक को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है.

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प्रधानमंत्री मोदी और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की एक बैठक को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री बनर्जी ने अहंकार में आकर चक्रवात पर हो रही समीक्षा बैठक में मौजूद नहीं रहीं तो अब ममता बनर्जी ने जवाब में कहा है कि बीजेपी की तरफ से फेक और एकतरफा खबर फैलाई जा रही है. ममता ने ये भी पूछा है कि क्या टीएमसी को मिली जीत की वजह से केंद्र इस तरह का व्यवहार कर रहा है?

इस तरह से मेरी बेइज्जती मत कीजिए. हमने भारी बहुमत से जीत हासिल की है, क्या यही वजह है कि आप हमसे ऐसा व्यवहार कर रहे हैं. आपने कोशिश की आप हार गए. लेकिन हर रोज का झगड़ा क्यों?
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
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ममता बनर्जी की एक प्रतिक्रिया तब आई है जब केंद्र ने एक टॉप ब्यूरोक्रेट को वापस दिल्ली बुला लिया है और ऐसी खबरें तैर रही हैं कि ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली मीटिंग को छोड़ दिया था.

बैठक को छोड़ने के आरोपों पर ममता बनर्जी का कहना है कि यास साइक्लोन से प्रभावित क्षेत्रों का उनका दौर पहले से ही तय था.

सभी प्लान तय थे और तैयार था. अचानक से कॉल आता है कि प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल का दौरा करना चाहते हैं और साइक्लोन की वजह से पैदा हुए हालात की समीक्षा करना चाहते हैं.
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल

ममता बनर्जी ने ये भी आरोप लगाया है प्रधानमंत्री की ये बैठक राजनीतिक वजहों से ही थी जिसमें विपक्ष को बुलाया गया, जो उनकी पार्टी बीजेपी ही है.

ममता बनर्जी और पीएम मोदी की इस बैठका मामला क्या है?

शुक्रवार को यास तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल पहुंचे थे, जिसके बाद सीएम और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक थी, लेकिन बताया जा रहा है कि रिव्यू मीटिंग में ममता बनर्जी 30 मिनट के देरी से पहुंचीं और अपनी रिपोर्ट सौंप कर चली गईं. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के अहंकार ने उन्हें सुवेंदु अधिकारी के साथ समीक्षा बैठक से दूर रहने दिया, तो तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के साथ व्यक्तिगत रूप से बैठक पूर्व निर्धारित थी, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया, जबकि पीएमओ ने वादा किया था.

केंद्र-राज्य के बीच टकराव का दूसरा मोर्चा तब खुला जब केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलप्पन बंदोपाध्याय का ट्रांसफर कर दिया और दिल्ली रिपोर्ट करने को कहा गया है. बंदोपाध्याय को 31 मई 2021 को नार्थ ब्लॉक में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में सीधे रिपोर्ट करने को कहा गया है

सुवेंदु के बुलाए जाने पर TMC के सवाल

मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने एक मिनट के लिए जिद की, लेकिन उन्हें इंतजार करने को कहा गया. इसके बाद ममता बनर्जी समीक्षा बैठक में गईं, पेपर सौंपकर बाहर चली गईं.एक मिनट की यह घटना मजबूत राजनीतिक नतीजों को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त थी.बैठक में राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे.उन्होंने कहा, "साइक्लोन यास को लेकर पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में ममता बनर्जी ने भाग नहीं लिया. यह संविधान और संघवाद के खिलाफ है. निश्चित रूप से इस तरह के कार्यों से न तो सार्वजनिक हित और न ही राज्य के हित होगा.’’

तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा, "धनकड़ क्या आप हमें बता सकते हैं कि नंदीग्राम विधायक नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और ममता अधिकारी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के बीच समीक्षा बैठक में किस प्रावधान के तहत उपस्थित हो सकते हैं. राजनीति करना बंद करें."

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