गुजरात (Gujarat) के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ( Vijay Rupani) के अचानक पद से इस्तीफा देने के बाद अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. बीजेपी जनरल सेक्रेट्री बीएल संतोष के नेतृत्व में शनिवार को हुई मीटिंग के बाद रविवार को नाम का ऐलान हो सकता है.
मुख्यमंत्री पद की रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं इनमें लोकसभा सांसद सीआर पाटील के अलावा प्रफुल्ल खोड़ा पटेल, राज्य के कृषि मंत्री सीआर फलदू, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया शामिल हैं.
नितिन पटेल
गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित उम्मीदवार हैं. वो एक अनुभवी राजनेता साथ ही सफल बिजनेसमैन भी हैं.
राज्य के महेसाणा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे. इससे पहले वो गुजरात सरकार में वित्त मंत्री, सड़क और भवन मंत्री, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री समेत कई पदों पर रहे हैं.
सीआर पाटिल
चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल भाजपा गुजरात के अध्यक्ष हैं, और नवसारी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं. पाटिल, राज्य के पहले गैर-गुजराती पार्टी चीफ हैं. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के एक विश्वसनीय सहयोगी के रूप में पाटिल को 2015 में प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के विकास की निगरानी का प्रभार दिया गया था. इन्होंने 1975 में गुजरात फोर्स में एक पुलिस ऑफिसर के रूप में अपना करियर शुरू किया था.
मनसुख मंडाविया
जब प्रधान मंत्री मोदी ने 6 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल किया तो मनसुख मंडाविया को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था.
स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, मंडाविया केमिकल और फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री के लिए MoS थे. साथ ही शिपिंग और जलमार्ग का स्वतंत्र प्रभार रखते थे. वो गुजरात यूनिट के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य भी रह चुके हैं.
28 साल की उम्र में मनसुख मंडाविया पलिताना निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए और गुजरात में सबसे कम उम्र के विधायक बने.
प्रफुल्ल पटेल
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को यूनियन टेरिटरी लक्षद्वीप के प्रशासक के रूप में आठ महीने पहले 5 दिसंबर 2020 को नियुक्त किया गया था. पटेल ने मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात के गृह मंत्री के रूप में कार्य किया था.
लक्षद्वीप स्टूडेंट यूनियन सहित कई स्टूडेंट यूनियन और राजनीतिक दल पिछले कुछ महीनों में पटेल की "जनविरोधी" नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
केरल के कई राज्यसभा सांसदों ने भी राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि पटेल के आदेशों का मकसद "लक्षद्वीप के लोगों के पारंपरिक जीवन और सांस्कृतिक विविधता को नष्ट करना था.
आरसी फालदु
रणछोड़भाई चानाभाई फालदू जामनगर दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं और अभी कृषि, मत्स्य पालन, पशुपालन और परिवहन के कैबिनेट मंत्री हैं.
पुरुषोत्तम रूपाला
पुरुषोत्तम रूपाला केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, जिसके पास मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय है. ये राज्यसभा के मेंबर भी हैं.
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