कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस से बगावत करने वाले विधायकों पर बीजेपी मेहरबान है. सुप्रीम कोर्ट से बागी विधायकों को चुनाव लड़ने की अनुमति मिलने के अगले ही दिन बीजेपी ने कांग्रेस और जेडीएस से बगाबत करने वाले 17 में से 16 विधायकों को पार्टी में शामिल कर लिया. इतना ही नहीं, इनमें से 13 बागियों को बीजेपी ने उपचुनाव में अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया.
लेकिन इस सबके बीच बीजेपी के भीतर कलह शुरू हो गई है. टिकट बंटवारे से नाराज पार्टी के पुराने नेता नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी जता रहे हैं. एक सीट पर तो बीजेपी सांसद के बेटे ने ही बगावत का बिगुल फूंक दिया है.
बीजेपी ने अपने नेता का टिकट काटा, बागी को उतारा
चिक्कबल्लपुर से बीजेपी सांसद बीएन बछे गौड़ा के बेटे शरथ बछे गौड़ा को उम्मीद थी, पार्टी एक बार फिर उन पर भरोसा जताएगी और उपचुनावों में होसकोटे सीट से उन्हें टिकट देगी. लेकिन बीजेपी ने उनकी जगह, कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज को टिकट दे दिया.
इसके बाद शरथ बछे गौड़ा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बता दें, बीजेपी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में होसकोटे सीट से शरथ बछे गौड़ा को मैदान में उतारा था. लेकिन उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार एम टीबी नागराज के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. बता दें, एम टी बी नागराज उन विधायकों में शामिल हैं, जिन्हें अयोग्य ठहराया गया है. इतना ही नहीं, बीजेपी ने अपने नेता को नजरअंदाज कर होसकोटे सीट से कांग्रेस के बागी एमटीबी नागराज को टिकट दिया है.
बीजेपी के बागी का समर्थन करेंगे कुमारस्वामी
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ऐलान किया है कि वह राज्य में आने वाले उपचुनावों में बीजेपी के बागी नेता और होसकोटे विधानसभा सीट से उम्मीदवार शरथ बछेगौड़ा का समर्थन करेंगे.
बता दें, शरथ चिक्कबल्लपुर से बीजेपी सांसद के बेटे हैं. वह बीजेपी से टिकट चाहते थे. लेकिन बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. कुमारस्वामी ने कहा कि वह उनका समर्थन करेंगे.
कर्नाटक बीजेपी में बगावत
कर्नाटक में सत्ताधारी बीजेपी को उपचुनाव वाली कुछ विधानसभा सीटों पर बगावत का सामना करना पड़ रहा है. वजह यही है कि बीजेपी ने पार्टी में शामिल होने वाले 17 बागी विधायकों में से 13 को टिकट दे दिया है और टिकट की आस लगाए पार्टी के अपने नेताओं की उम्मीद टूट गई है.
कागवाड़ से राजू कागे और शरथ बछे गौड़ा ने पार्टी के खिलाफ खुलेआम बगावत कर दी है, क्योंकि उन्हें उपचुनाव के लिए भी टिकट नहीं दिया गया. इन दोनों ही नेताओं ने साल 2018 में बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिन्हें अब अयोग्य ठहरा दिया गया है.
कागे ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है, जबकि शरथ गौड़ा ने होसकोटे सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बता दें, कर्नाटक में 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है.
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