उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 'जय श्री राम' का जादू पूरे देश में चलेगा. फिर चाहे वो बंगाल हो या उत्तर प्रदेश. एक न्यूज चैनल के कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री ने कहा, "1990 के दशक की शुरुआत को याद करें, जब कुछ लोग उत्तर प्रदेश में भी 'जय श्री राम' का नारा लगाने का विरोध करते थे. आज, देश और पूरी दुनिया देख रही है कि वे कहां खड़े हैं. यह कोई नई बात नहीं है. यह रामायण के समय से हो रहा है कि जो लोग राम के खिलाफ हुए हैं, उन्हें कहीं भी जगह नहीं मिली है. भगवान उन्हें आशीर्वाद दें कि कम से कम वे 'जय श्री राम' के नारे पर प्रतिबंध न लगाएं."
राहुल गांधी के बयान को लेकर हमला
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "अब बंगाल के लोगों ने मन बना लिया है कि वे उनके ही साथ रहेंगे, जो भगवान राम के साथ हैं."
वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा केरल में उत्तर-दक्षिण को लेकर की गई टिप्पणी पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, "इसे 'एहसान फरामोशी' कहते हैं. वैसे भी यह विभाजनकारी सोच ही कांग्रेस की वास्तविकता बन गई है. यदि ऐसे लोग न होते तो कांग्रेसी मरती ही क्यों? ऐसी टिप्पणियां ही कांग्रेस को खत्म कर देंगी. अब वे आगे जहां कहीं जाएंगे, वहां केरल के लोगों को बदनाम करेंगे."
दरअसल, अमेठी के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में केरल में एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया था कि उन्होंने संसद में पहले जिन लोगों का प्रतिनिधित्व किया, उन्हें चीजों की गहरी समझ नहीं थी जैसी कि उनके मौजूदा निर्वाचन क्षेत्र के लोगों में है.
बजट के वादों को लेकर क्या बोले योगी?
बजट में किए गए वादों को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“हमने खेती और एमएसएमई क्षेत्रों को वैश्विक स्तर पर रखा है. इससे हमें आय बढ़ाने में भी मदद मिली. वैट के तहत हुई आय लगभग 49,000 करोड़ थी. हमने इसे बढ़ाकर 1,00,000 करोड़ रुपये कर दिया. अब इस पैसे का उपयोग राज्य के विकास में हो रहा है. हमने राजनेताओं की जेबें भरना बंद कर दिया है. इस सबसे राज्य के खजाने में पैसा बढ़ा है.”
अपनी सरकार के कामों को लेकर उन्होंने कहा, "हर अच्छे काम का विरोध किया जाता है. अगर लोग विरोध कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप कुछ सही कर रहे हैं. हमारा उद्देश्य था कि हम उत्तर प्रदेश का चेहरा बदलें, लोगों की धारणा बदलें. पिछले 4 सालों में हमने उत्तर प्रदेश में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम किया है. इस दौरान राज्य में एक भी दंगा नहीं हुआ है. अपहरण की घटनाएं लगभग शून्य रहीं. अपराध कम हुआ. हम कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था देश में सबसे अच्छी है. इससे महिलाओं और व्यापारियों का विश्वास बढ़ा है."
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