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दिवाली से पहले दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब, पराली जलाने का असर

घटना रविवार शाम हुई जब वह ऑटो रिक्शा से घर लौट रही थीं

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राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता बुधवार को बिगड़ गयी और यह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।

बहरहाल, अधिकारी ने कहा कि इस दिवाली के दौरान वायु की गुणवत्ता पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहने की संभावना है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार के 206 के मुकाबले 244 दर्ज किया गया।

शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच के एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है।

वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने कहा कि हवा की तेज गति से दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

उसने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे में हरियाणा तथा पंजाब में पराली जलाने की गतिविधि में थोड़ी कमी भी देखी गयी है।’’

उसने कहा कि अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता के बहुत ज्यादा खराब होने की संभावना नहीं है।

सफर ने कहा, ‘‘सफर के मौसम मापदंडों के मौजूदा पूर्वानुमान को देखते हुए दिवाली के दौरान वायु गुणवत्ता पिछले साल के जितनी खराब न रहने की संभावना है और 25 अक्टूबर को स्पष्ट पूर्वानुमान जारी किया जाएगा।’’

अधिकारियों ने बताया कि नवंबर के पहले सप्ताह तक ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता के बेहद खराब होने की आशंका है।

सफर ने कहा, ‘‘अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ की संभावना है जिसका दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर सकारात्मक असर पड़ सकता है।’’

उसने कहा, ‘‘मौजूदा विश्लेषण के अनुसार, दिवाली पर हालात संभवत: पिछले साल के जितने खराब नहीं होंगे। सफर आगामी दिनों में अपना आकलन देगी।’’

भाषा गोला माधवमाधव2310 2031 दिल्लीनननन.

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