तटीय और उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र से भूस्खलन, स्कूल की इमारत और घर ढहने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
मृतकों की पहचान 35 वर्षीय रुक्मिणी विट्टल और उनकी 13 वर्षीय बेटी श्रीदेवी विट्टल के रूप में हुई है। घटना के वक्त मृतक सो रहे थे। हालांकि पड़ोसियों ने मलबा हटाने की कोशिश की, लेकिन तब तक पीड़ितों की मौत हो चुकी थी।
इस बीच, अधिकारियों ने दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर के निकट कनियुर में मंगलवार को एक युवक का शव निकाला। दूसरे शव की तलाश जारी है। मृतक युवक एक कार में यात्रा कर रहे थे, जो बाढ़ के पानी में बह गई। जहां से कार बरामद हुई, वहां से 250 मीटर दूर शव मिला।
भारी बारिश के बाद उत्तरी कर्नाटक में कृष्णा नदी और दक्षिण कर्नाटक में कावेरी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य में बारिश प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना होने से पहले गृहमंत्री अरगा ज्ञानेंद्र, राजस्व मंत्री आर. अशोक और ऊर्जा मंत्री वी. सुनील कुमार से स्थिति का जायजा लिया।
मैसूर पहुंचने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, हमारे पास जानमाल के नुकसान, घर गिरने की घटनाओं के बारे में जानकारी है। कृषि को हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया जा रहा है।
महत्वपूर्ण रूप से भारी बारिश के कारण सड़क संपर्क का नुकसान होता है। भूस्खलन होते हैं, कोडागु जिले में भूकंप का अनुभव होता है और समुद्र का कटाव होता है। उत्तरी कर्नाटक में नदी के किनारे के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य में पहले चरण में फसल नुकसान का सर्वेक्षण किया गया है। मुझे शाम को ब्योरा मिलेगा।
सीएम बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को राज्य में बचाव और राहत कार्यो के लिए 739 करोड़ रुपये का फंड मिला है। राहत कार्य शुरू करने के लिए धन की कोई कमी नहीं है।
कोडागु में संवेदनशील भूकंपीय क्षेत्र हैं, जहां हाल ही में झटके महसूस किए गए। ऐसा ही कुछ जगहों पर होता आया है। उन्होंने आगे कहा कि पूरी सरकार बारिश प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं को दूर करने में लगी हुई है। वे कहते हैं, मैं जिला प्रशासन के लिए निर्देश जारी करूंगा। मैं लोगों के साथ खड़ा रहूंगा।
--आईएएनएस
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