जयपुर (Jaipur) के चाकसू में शुक्रवार को एक निजी कॉलेज में कुछ छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर कॉलेज प्रशासन की आपत्ति पर छात्राओं के घरवाले और कॉलेज प्रशासन आमने सामने आ गए. पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. विरोध बढ़ता देख कॉलेज प्रबंधन ने मुख्य भवन का गेट बंद कर दिया.
मौके पर पहुंचे छात्राओं के घरवाले और ग्रामीणों ने हिजाब में ही छात्राओं को एंट्री देने की मांग की, लेकिन कॉलेज प्रबंधन नहीं माना.
उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि चाकसू के निजी कॉलेज कस्तूरी देवी महाविद्यालय में शुक्रवार को पांच-छह छात्राओं के हिजाब पहन कर आने पर कॉलेज प्रशासन ने उन्हें ‘निर्धारित ड्रेस कोड’ का पालन करने की हिदायत दी. इस पर छात्राओं और उनके परिजनों ने आपत्ति जताई, जिससे कॉलेज प्रशासन और छात्राओं के घरवालों के बीच विवाद हो गया.
घरवालों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया गया, छात्राओं का कहना है कि वे पिछले तीन साल से हिजाब पहनकर कॉलेज आ रही हैं, फिर आज आपत्ति क्यों जताई जा रही है. वहीं, कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को ‘ड्रेस कोड’ में आने की नसीहत दी.
कस्तूरबा कॉलेज के सहायक निदेशक सुमित शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से छात्राएं लगातार बुर्का पहनकर कॉलेज आ रही थीं. लगातार कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्राओं को यूनिफॉर्म में आने के लिए बोला जा रहा था. छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन की बात को दरकिनार करते हुए बुर्का-हिजाब पहनकर कॉलेज आना जारी रखा, जिसके बाद आज मजबूरन हमें सख्ती दिखाते हुए छात्राओं को रोकना पड़ा.
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