ADVERTISEMENTREMOVE AD

"राम आग नहीं ऊर्जा, विवाद नहीं समाधान हैं"- प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले PM मोदी

रामकथा असीम है और रामयण भी अनंत हैं. राम का आदर्श, शिक्षा सब जगह एक समान है: PM मोदी

Updated
न्यूज
4 min read
छोटा
मध्यम
बड़ा

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि, "गुलामी की मानसिकता तोड़कर उठ खड़ा हुआ राष्ट्र, ऐसे ही नव इतिहास का सृजन करता है. आज से हजार साल बाद भी लोग आज की तारीख और आज के पल की चर्चा करेंगे."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

उन्होंने कहा कि, "22 जनवरी का सूर्योदय एक अद्भुत चमक लेकर आया है. 22 जनवरी 2024, कैलेंडर पर लिखी तारीख नहीं है. यह एक नए समय चक्र की उत्पत्ति है..."

हर युग में लोगों ने राम को जिया है. हर युग में रामरस जीवन प्रवाह की तरह बहता रहता है. रामकथ असीम है और रामयण भी अनंत हैं. राम का आदर्श, शिक्षा सब जगह एक समान है.
पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा- कितना कुछ कहने को है, लेकिन कंठ अवरूद्ध है, शरीर स्पंदित है, चित्त अभी भी उस पल में लीन है. हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे. हमारे रामलला अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. मेरा पक्का विश्वास है, अपार श्रद्धा है, जो घटित हुआ है, इसकी अनुभूति देश और विश्व के कोने-कोने में राम भक्तों को हो रही होगी.

उन्होंने कहा कि, यह क्षण आलौकिक है. हमारे राम आ गए हैं. अब रामलला टेंट में नहीं रहेंगे. यह क्षण अलौकिक है. यह पल पवित्रतम है.

उन्होंने कहा, ये क्षण उत्सव का ही है. भारतीय समाज का बौद्धिकता की प्रगति का क्षण है. हमारा भविष्य, हमारे अतीत से बहुत सुंदर होने जा रहा है. वो भी समय था, कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. ऐसे लोग भारत की समरसता को नहीं जानते हैं. ये निर्माण किसी आग को नहीं ऊर्जा को जन्म दे रहा है. राम मंदिर समाज के हर वर्ग को उज्ज्वल पथ पर चलने की प्रेरेणा लेकर आया है. राम आग नहीं हैं, राम ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं. राम हमारे नहीं, राम सबके हैं. राम वर्तमान नहीं, राम अनंतकाल हैं.

उन्होंने कहा "ये मानवीय मूल्यों की प्राण-प्रतिष्ठा है. ये भारत के दिव्यदर्शन का मंदिर है. भारत की चेतना का मंदिर है. राम भारत का आधार, विधान, चेतना, प्रतिष्ठा, प्रवाह, प्रभाव है. राम नेति भी नीति हैं. राम व्यापक विश्व आत्मा हैं. इसलिए राम की प्रतिष्ठा हुई है तो इसका प्रभाव हजारो साल तक होता है. राम दस हजार वर्षों के लिए राज्य पर प्रतिष्ठित हुए हैं यानी हजारों वर्ष के लिए रामराज्य स्थापित हुआ है."

पीएम मोदी ने लोगों से कहा राम मंदिर तो बन गया पर आगे क्या है. आज हजारो दैवीय आत्मा देख रही है क्या हम उन्हें ऐसे ही विदा करेंगे. नहीं, ये सुखद संयोग है कि हमारी पीढ़ी को कालजयी वर्ष के लिए चुना गया है. हमारी पीढ़ी को याद किया जाएगा. हमें हजारों साल की नींव रखनी हैं. हमें इस पल से सक्षम, दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं. राम के विचार जनमानस में हो. हमें अंतकरण को विस्तार देना होगा. हमारे विचार राम से राष्ट्र तक होना चाहिए. हनुमान जी की सेवा, भक्ति ऐसे गुण है, हमें बाहर नहीं ढूंढना होगा. देव से देश, राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार यही है.

"मुझे सागर से सरयू तक यात्रा करने का अवसर मिला. सागर से सरयू तक, हर जगह राम नाम का वही उत्सव दिखाई देता है..." उन्होंने कहा, प्रभु राम तो भारत की आत्मा के कण-कण से जुड़े हुए हैं. राम भारतवासियों के अंतर्मन में विराजे हुए हैं. हम भारत में कहीं भी किसी की अंतरात्मा को छुएंगे तो इस एकत्व की अनुभूति होगी और यही भाव सब जगह मिलेगा.

युवाओं से पीएम ने कहा कि, हमें अब झुकना नहीं है. आप उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो चांद पर तिरंगा लहरा रही है. सूरज पर जा रही हैं. आपको अपने पर गर्व कर आपको भारत का इतिहास लिखना होगा. भारत के उदय का ये राम मंदिर साक्ष्य बनेगा, विकसित भारत का साक्ष्य बनेगा. ये भारत का समय है. अब भारत आगे बढ़नेवाला है. शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद हम यहां पहुंचे हैं. हम आकाश की ऊंचाई पर जाकर रहेंगे.

पीएम मोदी ने आखिरी में सबको शुभकामनाएं दी और सियाराम के जयघोष के साथ अपना संबोधन खत्म किया.

0

धन्य है वह शिल्पी, जिसने हमारे मन में बसे राम की छवि को मूर्त रूप प्रदान किया: CM योगी

अयोध्या में भव्य राम मंदिर उद्धाटन और राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समापन के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि आज के दिन हर कोई अयोध्या आने को आतुर है.

सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा, "आज इस ऐतिहासिक और अत्यंत पावन अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्याधाम है. हर मार्ग श्रीरामजन्मभूमि की ओर आ रहा है."

वे बोले अभी गर्भगृह में वैदिक विधि-विधान से रामलला के बाल विग्रह के प्राण-प्रतिष्ठा के हम सभी साक्षी बने.

राम लला की मुर्ति का जिक्र करते हुए सीएम योगी बोले, "अलौकिक छवि है हमारे प्रभु की। बिल्कुल वैसे, जैसा संत तुलसीदास जी ने वर्णन किया है...नवकंज लोचन, कंज मुख, कर कंज, पद कन्जारुणम्." उन्होंने कहा- "धन्य है वह शिल्पी, जिसने हमारे मन में बसे राम की छवि को मूर्त रूप प्रदान किया."

उन्होंने कहा, "हर मन में राम नाम हैं. हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगा है. हर जिह्वा राम-राम जप रही है. रोम रोम में राम रमे हैं. पूरा राष्ट्र राममय है. ऐसा लगता है हम त्रेतायुग में आ गए हैं."

“500 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आज के इस चिरप्रतीक्षित मौके पर अंतर्मन में भावनाएं कुछ ऐसी हैं कि उन्हें व्यक्त करने को शब्द नहीं मिल रहे हैं. मन भावुक है, भाव विभोर है, भाव विह्वल है. निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा ही अनुभव कर रहे होंगे.”

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×