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Ram Mandir: अंतरिक्ष से कैसा दिखता है राम मंदिर? ISRO सैटेलाइट की तस्वीर आई सामने

Ayodhya में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं.

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अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर (Ram Temple) प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. देश-विदेश से श्रद्धालु राम मंदिर के दर्शन के लिए आ रहे हैं. राम मंदिर से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो खूब शेयर किए जा रहे हैं. अब ऐसे में इसरो (ISRO) ने भी राम मंदिर की सैटेलाइट तस्वीर शेयर की है. ये तस्वीर इसरो की एक यूनिट, हैदराबाद में स्थित नेशनल रीमोट सेन्सिंग सेंटर (National Remote Sensing Centre) के हवाले से शेयर की गई है. शेयर तस्वीर में राम मंदिर के अलावा सरयू नदी और आस-पास के रिहायशी इलाके दिखाई दे रहे हैं.

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Ayodhya में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं.

राम मंदिर की यह सैटेलाइट तस्वीर नेशनल रीमोट सेन्सिंग सेंटर की कार्टोसैट (Cartosat) नाम के सैटेलाइट से ली गई है. कार्टोसैट एक रीमोट सेन्सिंग सैटेलाइट है जो कक्षा में स्टीरियो इमेज (Stereo-image) प्रदान करने में सक्षम है.

इसरो के अनुसार यह तस्वीर 16 दिसंबर 2023 की है. तस्वीर में राम मंदिर के अलावा दशरथ महल, अयोध्या रेलवे स्टेशन और सरयू नदी दिख रही है.

इसरो की वेबसाईट के अनुसार, कार्टोसैट-2 सैटेलाइट को PSLV-C40 से लॉन्च किया गया था. इस रिमोट सेन्सिंग सैटेलाइट का इस्तेमाल उपभोक्ता डेटा सेवाओं को बढ़ाने के लिए किया जाता है.

कार्टोसैट सैटेलाइट में क्या खास है ?

कार्टोसैट एक रीमोट सेन्सिंग सैटेलाइट है जिसका इस्तेमाल ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संसाधन प्रबंधन, रक्षा सेवाओं और निगरानी के लिए किया जाता है. इसका प्रयोग आमतौर पर हाई रेसोल्यूशन तस्वीरें लेने के लिए भी किया जाता है. भारत दुनिया के उन मुट्ठीभर देशों में शामिल है जिनके पास हाई रेसोल्यूशन तस्वीरें लेने की तकनीक है.

कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर एक सैटेलाइट तस्वीर खूब वायरल हो रही थी. सैटेलाइट तस्वीर में राम मंदिर को विवादित जगह से दूर दिखाया गया था जिसके बाद विपक्ष के कुछ नेताओं ने राम मंदिर के निर्माण स्थल को लेकर कई सवाल खड़े किए थे. विपक्ष के कई नेताओं ने आरोप लगाया था कि मंदिर विवादित जगह से दूर बनाई जा रही है. हालांकि बाद में कई मीडिया संस्थानों ने इसका खंडन किया और इसे फेक न्यूज बताया.

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