हफ्ते के पहले दिन रिलायंस के शेयर में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. शुरुआती कारोबार में ही कंपनी का शेयर करीब 7% की गिरावट के साथ 1910 रूपये के स्तरों पर आ गया. इसके पहले जुलाई में कंपनी का शेयर इन स्तरों पर आया था. बाजार खुलने के बाद से रिलायंस के शेयर में बड़ी कमजोरी देखने को मिली रही है. इस बड़ी गिरावट के कारण कंपनी के मार्केट वैल्यू को एक ही दिन में करीब 1 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है.
कंपनी के शेयर प्राइस में इस गिरावट के बाद स्टॉक प्राइस पिछले तीन महीनों में सबसे नीचे आ गया है. आइए शेयर की कीमत गिरने के पीछे के कारणों को जानते हैं-
सितम्बर तिमाही में जारी नतीजों में कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 15% गिरकर 9,567 करोड़ रह गया.
दूसरी नतीजों में जहां पेट्रोलियम से जुड़े कारोबार में लॉकडाउन की वजह से कमी दिखती है, वही जिओ के व्यापार में बढ़त देखी गई है. एयरटेल भी टेलीकॉम मार्केट में अपनी वापसी करती हुई दिख रही है, उसके नए सब्सक्राइबर्स तेजी से बढ़े हैं.
रिलांयस रिटेल का दिग्गज ऑनलाइन रिटेल कंपनी अमेजन के साथ भी सिंगापुर की कोर्ट में केस चल रहा है और शुरुआती तौर पर कोर्ट रिलायंस रिटेल और फ्यूचर डील पर स्टे लगा दिया. इस डील में अड़चन आने की वजह से भी बाजार में संशय की स्थिति है.
बाजार गिरने के पीछे एक और बड़ा और अहम कारण है जो चर्चा में बना हुआ है. शेयर बाजार और सोशल मीडिया में चर्चा है कि मुकेश अंबानी लंदन में अपना ऑर्गन ट्रांसप्लांट करा रहे हैं और उनका वजन काफी गिर गया है. मुकेश अंबानी की एक फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. कंपनी की तरफ से इस बात पर अभी तक कोई सफाई नहीं दी गई है.
अंबानी परिवार IPL की टीम मुंबई इंडियंस की भी मालिक है. लेकिन आईपीएल के इस सीजन में परिवार के सदस्य मैच का लुत्फ उठाते हुए नहीं दिखे.
रेटिंग फर्म मैक्वायरी ने भी रिलायंस के खराब तिमाही नतीजों के बाद अंडरपरफॉर्म की रेटिंग दी है और शेयर का टारगेट घटाकर 1142 रुपये कर दिया है. इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में कंपनी के शेयर में करीब 42% की गिरावट देखने को मिल सकती है. अगर ऐसा होता है तो शेयर बाजार के लिहाज से काफी बड़ी गिरावट होगी.
राहत की बात ये है कि हाल के दिनों में रिलायंस में काफी जानी मानी कंपनियों और निवेशकों की रूचि देखी गई है. गूगल, फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियों के निवेश की वजह से कंपनी को लेकर एक पॉजिटिव माहौल जरूर बना है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)