नयी दिल्ली, 30 मार्च (भाषा) रेलवे बोर्ड ने अपनी जोनल इकाइयों से कहा है कि उन्हें कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए ट्रेनों के 20,000 डिब्बों को पृथक वार्ड में तब्दील करने की जरूरत पड़ सकती है ।
बोर्ड ने सोमवार को जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को एक पत्र में कहा है कि शुरूआत में 5,000 कोच को पृथक वार्ड में तब्दील किया जाएगा।
बोर्ड ने कहा कि निर्णय के पहले रेलवे ने सैन्य बल चिकित्सा सेवा, विभिन्न जोनल रेलवे के चिकित्सा विभागों और आयुष्मान भारत के साथ विचार-विमर्श किया है ।
बोर्ड ने कहा है कि पांच जोनल रेलवे कोच सह पृथक वार्ड के लिए प्रारूप पहले ही तैयार हो चुके हैं ।
30 मार्च को लिखे पत्र में कहा गया, ‘‘कोविड-19 से लड़ने की तैयारियों के तहत 25 मार्च को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में सलाह दी गयी थी कि चिकित्सा विभाग के साथ परामर्श करते हुए कुछ डिब्बों को पृथक कोच में तब्दील किया जा सकता है ताकि पृथक सुविधाओं को मजबूत किया जा सके। इस सिलसिले में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं, अनेक जोन रेलवे के चिकित्सा विभाग और आयुष्मान भारत से बातचीत की गयी।’’
इसमें कहा गया, ‘‘भारतीय रेलवे को ऐसे बीस हजार डिब्बों को बदलने की जरूरत पड़ सकती है जिनमें शुरूआत में पांच हजार डिब्बों को पृथक कोच बनाया जाएगा।’’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में सोमवार को कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,071 हो गयी जबकि 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
भाषा वैभव माधवमाधव3003 2009 दिल्लीनननन.
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