डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये (Rupee) के अच्छे दिन नहीं चल रहे, इस साल रुपये ने रिकॉर्ड स्तर पर गिरावटें दर्ज की हैं. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को अपने अब तक के सबसे निचले स्तर 78.32 पर बंद हुआ. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह अमेरिका की नीति में बदलाव और भारतीय शेयर बाजार से लगातार बाहर निकलता विदेशी फंड है.
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल में आई कमजोरी के चलते शुरुआती कारोबार में रुपया 78.26 पर खुला और फिर दिन के उच्च स्तर 78.22 पर पहुंच गया था. बाद में रुपये ने 78.38 के स्तर को छुआ और आखिर में 78.32 पर सेटल हुआ.
इनवेस्टिंग डॉट कॉम जो रुपये की रियल टाइम वैल्यू बताता है, के अनुसार 22 जून को रुपये का प्राइस 78.16 रहा जो एक दिन पहले 21 जून क 78.11 था. महीनेभर पहले 29 मई को रुपया 77.59 पर था. वहीं अप्रैल में यह 76 के आंकड़े को पार कर चुका था. इस हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार 596 बिलियन डॉलर है. लगातार विदेशी निवेशक अपना पैसा भारतीय शेयर बाजार से निकाल रहे हैं जिसका असर विदेशी मुद्रा भंडार पर देखने को मिल रहा है.
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