बिहार के पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन से सोमवार को पूछताछ की. एक विशेष अदालत ने शहाबुद्दीन को आठ दिनों के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया. इसके बाद सीबीआई ने उनसे पूछताछ शुरू की है. शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में बंद थे.
शहाबुद्दीन पर अपहरण और हत्या सहित 39 आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन्हें 18 फरवरी को तिहाड़ जेल लाया गया था.
सीबीआई के प्रवक्ता आर.के.गौर ने बताया कि यहां सीबीआई मुख्यालय में शहाबुद्दीन से पूछताछ की गई. सीबीआई ने पत्रकार रंजन हत्या मामले में 26 मई को शहाबुद्दीन का नाम जोड़ा था. इस मामले में कुल 10 लोग आरोपी हैं. रंजन बिहार के सीवान जिले से ताल्लुक रखते थे.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीबीआई एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर आरोपपत्र दाखिल करने की तैयारी कर रही है. दिवंगत पत्रकार की विधवा आशा रंजन और पिता राधे कृष्णा चौधरी द्वारा इस हमले में शहाबुद्दीन का हाथ होने का बार-बार आरोप लगाए जाने के बाद पिछले साल सितंबर में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था.
जांच के दौरान शहाबुद्दीन के दो गुर्गो मोहम्मद कैफ और मोहम्मद जावेद का नाम सामने आने के बाद उन पर (शहाबुद्दीन) शक पर बढ़ गया था. छह आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया है. जावेद और कैफ जमानत पर हैं, जबकि शहाबुद्दीन को 10वां आरोपी बनाया गया है.
इससे पहले बिहार पुलिस ने दावा किया था कि यह हत्या पूर्वनियोजित साजिश का परिणाम था.
सूत्रों के मुताबिक, सीवान जिले की बिगड़ती कानून-व्यवस्था के खिलाफ अपनी लेखनी से आवाज मुखर करने वाले राजदेव रंजन अपराधियों की नजरों में चढ़ गए थे. 13 मई, 2016 को कार्यालय से लौटते समय पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उस समय शहाबुद्दीन जेल में थे.
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