जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival 2022) में शिरकत करने पहुंचे कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कांग्रेस में नेतृत्व बदलाव की बात की. उन्होंने कहा कि दो साल पहले कुछ साथी पार्टी को सक्रिय करने के लिए आगे आए थे.
यह कोई G-23 नहीं था और न ही जी हजूरी थी. यह संख्या 25 भी हो सकती थी. दो साल पहले कोविड-19 के लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली आ सके ऐसे साथियों ने एक चिट्ठी लिखी थी. वे चाहते थे कि पार्टी अच्छी हो जाए. ज्यादा एक्टिव हो जाए, इसीलिए उनके साथी लिखकर ये बताना चाहते थे कि पार्टी को रिवाइव करने का कोई उपाय निकले. इस बात को 2 साल हो चुके हैं, अब तक कोई ज्यादा बदलाव हो नहीं पाए हैं. इसलिए कह रहे हैं कि कुछ प्रोग्रेस होनी चाहिए. कांग्रेस में कुछ बदलाव होने चाहिए. इसको लेकर वर्किंग कमेटी में भी चर्चा होनी चाहिए.
पीएम मोदी को भी घेरा
थरूर ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया. थरूर ने कहा कि मोदी जबरदस्त और डायनामिक व्यक्ति जरूर हैं, जो राजनीतिक नजरिए से काफी इंप्रेसिव है. लेकिन, उनका एक नकारात्मक पहलू भी है.
पीएम मोदी की कार्यशैली अपने देश को जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर बांटने का काम करती है. ये समाज के लिए जहर है. यही देश में चिंता का विषय भी है. यह काम वो अकेले नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनकी पूरी पार्टी भी इसी काम में लगी है.
बता दें, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भाग लेने आए थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग महंगाई और बेरोजगारी को छोड़कर धर्म के नाम पर वोट कर रहे हैं. उत्तराखंड और गोवा में कांग्रेस की जीत हो सकती थी, लेकिन क्यों नतीजे उल्टे हुए इस पर मंथन होना चाहिए.
वहीं, यूपी में बीजेपी की दोबारा सरकार बनने पर उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार जरूर बनी है, लेकिन समाजवादी पार्टी भी मजबूत बनकर उभरी है. समाजवादी पार्टी का वोट बहुत बढ़ गया है. इससे विधानसभा में एक मजबूत विपक्ष भी रहेगा. थरूर ने कहा कि बहुत बड़ी संख्या इस बात को नहीं मान रही थी कि बीजेपी को बहुमत मिलेगा.
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