पहाड़ों पर लगातार जारी बर्फबारी के बीच मैदानी इलाकों में शीतलहर (Cold Wave) का सितम जारी है. राजधानी दिल्ली (Delhi) में ठंड से लोगों का बुरा हाल है. हरियाणा, पंजाब में भी पारा तेजी से नीचे लुढ़का है. राजस्थान में ओस की बूंदें बर्फ बन रही हैं तो मध्यप्रदेश में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है. पहाड़ी इलाकों में तो पारा माइनस में जा पहुंचा है. कुल मिलाकर पूरा उत्तर भारत भीषण ठंड की चपेट में है.
दिल्ली का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस, जारी रहेगा शीतलहर का प्रकोप
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राजधानी दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 4 डिग्री जबकि अधिकतम पारा 21 रहने का अनुमान है. इससे पहले सोमवार को दिल्ली में न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री दर्ज किया गया था.
दिल्ली में शीतलहर को प्रकोप आज भी जारी रहेगा. वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण उत्तर पश्चिम से चलने वाली ठडी हवाओं के मंगलवार रात से मंदा होने की उम्मीद है, जिससे न्यूनतम तापमान कुछ बढ़ सकता है.
बात करें दिल्ली में प्रदूषण की तो एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है. SAFAR के अनुसार मंगलवार सुबह दिल्ली का AQI 316 दर्ज किया गया.
राजस्थान में भी शीतलहर का कहर
रेतीले प्रदेश राजस्थान में भी ठंड का प्रकोप जारी है. पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद फतेहपुर में पारा माइनस 5 डिग्री पहुंच गया है. मौसम विभाग ने चुरू, हनुमानगढ़, क्षुंक्षुनू और सीकर में अगले 2 दिन शीतलहर के जारी रहने का अनुमान जताया है.
अगले 3 दिनों तक मध्य पूर्वी भारत बनी रहने की संभावना है. इसके अलावा 23 से 25 दिसंबर तक हरियाणा और पंजाब में घना कोहरा छाए रहने का भी अनुमान जताया गया है.
मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में भी गंभीर शीत लहर को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में अगले दो दिनों में मध्य प्रदेश के दस जिलों- भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, रीवा, शहडोल, होशंगाबाद और सागर में शीतलहर चलने की संभावना जताई गई है. दूसरे अलर्ट में, आईएमडी ने कहा कि इंदौर, जबलपुर, रीवा, सतना और मंडला सहित 17 जिलों में अगले दो दिनों में गंभीर ठंड देखने की संभावना है.
श्रीनगर में माइनस में पारा
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में भी पारा -6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. घाटी के दूसरे इलाकों का भी कुछ ऐसा ही हाल है. शोपियां जिले में पानी की पाइप जम जाने से कई गांवों में तो पानी का संकट खड़ा हो गया है.
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