यूपी के बदायूं जिले में मुस्लिम धर्मगुरु के जनाजे में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने के मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
जिला ए काजी हजरत सालिमुल कादरी के जनाजे में मुरीदों की भीड़ उमड़ी तो शारीरिक दूरी और मास्क के सारे नियम टूट गए .उस समय तो पुलिस ने रोकने के कोई उपाय नहीं किए, लेकिन सोशल मीडिया पर भीड़ का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
जनाजे में शामिल हुए थे हजारों लोग
काजी-ए-जिला शेख अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी के जनाजे में भारी जनसैलाब उमड़ा.जनाजे में शामिल लोगों ने कोरोना संक्रमण की कोई परवाह नहीं की.बिना मास्क के हजारों लोग जनाजे में शामिल हुए.शारीरिक दूरी को भी पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया. उनके जनाजे को कंधा देने के लिए मुरीदों के बीच मारा-मारी मची रही. इस दौरान पुलिस-प्रशासन ने भी कुछ नहीं किया.
सरकार ने कोरोना कर्फ्यू की अवधि 17 मई तक बढ़ाकर सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं, लेकिन शहर में भीड़ जुटती रही, पुलिस ने कहीं रोकने की कोशिश नहीं की.सालिम मियां के नजाजे में शहर के अलावा जिलेभर से हजारों की संख्या में मुरीद पहुंच गए. तब भी पुलिस की नींद नहीं टूटी.जनाजे में शामिल होकर लोग घरों को लौट भी गए, लेकिन कहीं कोई रोकटोक नहीं हुई.
इंटरनेट पर वायरल हुआ वीडियो
जब सालिम मियां के सुपुर्दे खाक के दौरान उमड़ी भीड़ का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने अपना बचाव करते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण चौहान ने बताया कि मामला धार्मिक होने की वजह से एहतियात बरती गई थी.इकट्ठा भीड़ नहीं आयी है.जगह कम होंने से भीड़ा ज्यादा दिख रही है.लेकिन फिर कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू करा दी गई है.
सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद कई लोगों ने कोरोना नियमों के उल्लंघन करने पर भीड़ के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी. बॉलीवुड एक्टर्स स्वरा भास्कर ने भी ट्वीट करके जनाजे में शामिल लोगों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की.
बता दें कि दरगाह आलिया कादरिया के सज्जादा नशीन काजी-ए-जिला शेख अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी का 9 मई को निधन हो गया था. वह करीब 65 साल के थे. उनके निधन से जिले में शोक की लहर दौड़ गई. उन्होंने सुबह करीब चार बजे अंतिम सांस ली.अंतिम दीदार के लिए उनके मुरीदों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. जनाजे में शामिल लोगों ने कोरोना संक्रमण की कोई परवाह नहीं की.
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