आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के एलुरु जिले के अक्किरेड्डीगुडेम स्थित केमिकल फैक्ट्री को बंद करने की मांग तेज हो गई है. स्थानीय और आसपास के लोगों ने फैक्ट्री को स्थायी रूप से बंद करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. गौरतलब है कि 13 अप्रैल को एक अत्यधिक गर्म रिएक्टर में विस्फोट होने से केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी और 6 मजदूरों की मौत हो गई.
ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन
केमिकल फैक्ट्री की जांच के लिए अक्किरेड्डीगुडेम आई सरकारी टीम के सामने सैंकड़ों ग्रामीणों ने धरना दिया. इसके बाद जांच टीम ने जनसुनवाई की. सुरेपल्ली और गोगुलमपाडु गांवों के निवासियों के साथ-साथ मुनुसुरु मंडल के आसपास के अन्य गांवों के लोगों ने भी फैक्ट्री बंद करने की मांग की है.
सरकार की ओर से गठित जांच कमेटी में एलुरु के संयुक्त कलेक्टर, एलुरु और नुजविद के उप-कलेक्टर, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आंध्र प्रदेश पूर्वी विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (APEPDCL), कारखाना विभाग और भूजल विभाग के अधिकारी शामिल हैं.
केमिकल फैक्ट्री से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए जांच टीम ने जनसुनवाई की. जहां ग्रामीणों ने एक साथ अपनी मांग दोहराई. ग्रामीणों की शिकायत है कि केमिकल फैक्ट्री की वजह से जल प्रदूषण हो रहा है. जिससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं. इसके अलावा कृषि और पशुओं को भी नुकसान पहुंच रहा है. ग्रामीणों ने अधिकारियों को दूषित पानी के सैंपल भी सौंपे.
संयुक्त कलेक्टर अरुण बाबू ने कहा कि जिला प्रशासन और प्रदूषण बोर्ड ने प्लांट प्रबंधन को पहले ही इसे बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष एके परिदा ने कहा कि फैक्ट्री से बिजली और पानी के कनेक्शन काट दिए गए हैं.
6 मजदूरों की हुई थी मौत
आपको बता दें कि 13 अप्रैल को केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग गई थी. इस हादसे में 6 मजदूरों की मौत हो गई थी. जबकि 12 मजदूर घायल हो गए थे. हादसा एक अत्यधिक गर्म रिएक्टर में विस्फोट होने की वजह से हुआ था. जिसके बाद से ही फैक्ट्री को बंद करने की मांग उठ रही थी.
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