मुंबई पुलिस के निलंबित API सचिन वझे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. कोर्ट ने सचिन वझे को 23 अप्रैल तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा है. इससे पहले सचिन वझे राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में था. NIA की कस्टडी में एंटीलिया बम केस और मनसुख हिरेन की मौत के मामले में वझे की भूमिका को लेकर कई खुलासे हुए.
वहीं सचिन वझे ने NIA कोर्ट को लिखे लेटर में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और शिवसेना नेता व मंत्री अनिल परब पर 100 करोड़ की जबरन वसूली के आरोप लगाए.
वकील ने की सुरक्षित सेल की मांग
एंटीलिया बम केस के आरोप में NIA ने सचिन वझे को 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं गिरफ्तारी के दूसरे दिन 14 मार्च को वझे को मुंबई पुलिस से निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद से ही सचिन वझे राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में रहा.
अब कोर्ट ने सचिन वझे को 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. वहीं वझे के वकील ने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें सुरक्षित सेल में रखा जाए.
NIA की कस्टडी में वझे को लेकर कई खुलासे
एंटीलिया बम केस और मनसुख हिरेन की मौत के मामले में NIA ने सचिन वझे की भूमिका को लेकर कई खुलासे किए.
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सचिन वझे की महंगी गाड़ियों को जब्त किया. इनमें दो काले रंग की मर्सिडीज बेंज, एक लैंडक्रूजर प्राडो और एक इनोवा शामिल हैं. वझे के बैंक अकाउंट और लॉकर्स की जांच भी की गई.
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सचिन वझे को लेकर मुकेश अंबानी के घर के पास 25 फरवरी की घटना का रीक्रिएशन भी किया.
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में पता चला कि सचिन वझे मुंबई में नरीमन प्वाइंट स्थित फाइव स्टार होटल से जबरन वसूली का रैकेट चलाता था. इस होटल में एक बिजनेसमैन की मदद से उसने 100 दिनों के लिए 12 लाख रुपए में होटल का रूम बुक किया था. होटल में ठहरने के लिए सचिन वझे ने पहचान पत्र के तौर पर फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था.
- इस दौरान एंटीलिया बम केस और मनसुख हीरेन की मौत के मामले में सचिन वझे के कुछ करीबियों की भी गिरफ्तारी हुई.
- सचिन वझे ने NIA कोर्ट को एक लेटर लिखा है जिसमें उसने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाया है. वझे के अनुसार, महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उससे कहा था कि अगर वह उन्हें 2 करोड़ रुपए देता है तो वे शरद पवार साहब को मुंबई पुलिस में उसकी बहाली के लिए मना लेंगे. वझे ने लिखा कि, जब मैंने इस पर असमर्थता जताई तो अनिल देशमुख ने मुझसे कहा कि पैसे बाद में दे देना.
- NIA कोर्ट को लिखे लेटर में सचिन वझे ने दावा किया कि महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और शिवसेना नेता अनिल परब ने भी उससे जबरन वसूली के जरिए पैसों की मांग की थी.
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