गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmed Murder) और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में शनिवार रात पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई. अतीक और उसके भाई को उस समय गोली मारी गई जब उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद से पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई है. सीएम योगी ने बीती रात पुलिस के आला अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. सीएम योगी पूर मामले पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं विपक्ष ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. चलिए आपको बताते हैं अब तक के 10 बड़े अपडेट्स.
अतीक अहमद हत्याकांड से जुड़े 10 बड़े अपडेट्स
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस कस्टडी में दोनों को मेडिकल के लिए अस्पताल लाया जा रहा था. इस दौरान तीन हमलावरों ने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से तबाड़तोड़ गोलियां बरसाई. अतीक और अशरफ को जब गोलियां मारी गई तब वो मीडिया से बात कर रहे थे.
पुलिस के मुताबिक, तीनों लोग मीडियाकर्मी बनकर आए थे. वारदात के बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से कुछ असलहा बरामद हुआ है. इस वारदात में एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है. वहीं एक पत्रकार भी घायल हुआ है.
आरोपियों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक अरुण मौर्या जीआरपी थाने के पुलिस कर्मी की हत्या के बाद से फरार चल रहा था. वहीं शूटर सनी सिंह पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं. लवलेश भी जेल जा चुका है.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में पोस्टमॉर्टम होगा. इसके मद्दे नजर अस्पताल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम 5 डॉक्टरों की टीम करेगी.
अतीक की हत्या के बाद पुलिस ने घटना स्थल को छावनी में तब्दील कर दिया. FSL की टीम मौके पर पहुंची और सबूत जुटाए.
अतीक की हत्या के बाद यूपी में अलर्ट है. प्रयागराज के डीएम और पुलिस कमिश्नर का काफिला घटनास्थल के आसपास गश्त कर रहा है. प्रयागराज के साथ-साथ पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सूबे में धारा-144 लागू कर दी गई है.
वारादात के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात को पुलिस के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. सीएम ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के भी निर्देश दिए हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम योगी ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें. सीएम योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें.अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा कि, "उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार कानून के मुताबिक नहीं बल्कि बंदूक के दम पर चल रही है. उन्होंने सीएम योगी के इस्तीफे की मांग की है. इसके साथ ही मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट से एक कमेटी बनाने की भी गुहार लगाई है.
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने इस मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट किया, " देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर. वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज’’ के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात."
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