समाजवादी पार्टी ने रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर करोड़ों के जमीन घोटाले का गंभीर आरोप लगाया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता पवन पांडेय कई दस्तावेजों के साथ ये आरोप लगा रहे हैं कि जिस जमीन का बैनामा 2 करोड़ में हुआ था, उसी दिन उस जमीन का एग्रीमेंट ट्रस्ट के साथ साढ़े 18 करोड़ में किया गया. आरोप है कि बैनामे और एग्रीमेंट के बीच का समय महज कुछ मिनटों का ही रहा. अब पवन पांडेय ये सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कैसे एक जमीन कुछ मिनटों के भीतर ही जमीन की कीमत में इतना फर्क आ गया.
“18 मार्च 2021 को 7 बजकर पांच मिनट पर सुल्तान अंसारी, रवि मोहन तिवारी के नाम से बैनामा किया गया. इस बैनामे के दस मिनट बाद 7 बजकर 16 मिनट पर सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ट्रस्ट को रजिस्ट्रर्ड एग्रीमेंट साढ़े 18 करोड़ में करते हैं. 17 करोड़ रुपया RTGS किया गया. जिस जमीन को सात मिनट पहले 2 करोड़ रुपये में खरीदा गया अचानक वो जमीन कौन सा सोना देने लगी कि कुछ मिनटों बाद ही दो करोड़ की जमीन को साढ़े 18 करोड़ में खरीदा गया. इसका सभी दस्तावेज मेरा पास है.”पवन पांडेय, समाजवादी पार्टी
SP, AAP ने की सीबीआई जांच की मांग
अब इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. पवन पांडेय ने आरोप लगाया कि ट्रस्ट ऐसे भ्रष्टाचार लगातार कर रहा है, ऐसे में ट्रस्ट ने जितनी भी जमीन खरीदी है सबकी जांच होनी चाहिए. इस बीच आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा है कि मंदिर के नाम पर हजारों करोड़ रुपये चंदा वसूलने वाले रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमीन खरीद के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया गया है. AAP ने भी मामले की सीबीआई या ईडी से जांच कराने की मांग की है.
“अयोध्या में गाटा संख्या 243, 244, 246 की जमीन जिसकी मिलकियत पांच करोड़ अस्सी लाख रुपये है, उसको दो करोड़ रुपये में कुसुम पाठक और हरीश पाठक से सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने खरीदा. इस जमीन खरीद में दो गवाह बने, एक अनिल मिश्र और दूसरे रिषिकेश उपाध्याय जो अयोध्या के मेयर हैं. पांच मिनट बाद ये जमीन रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने साढ़े अट्ठारह करोड़ में खरीद ली. 17 करोड़ रुपये आरटीजीएस कर दिया गया। लगभग साढ़े पांच लाख रुपये प्रति सेकेंड की दर से जमीन का दाम बढ़ गया. प्रभु श्रीराम के नाम पर जिस तेजी से जमीन की कीमत बढ़ी वह अपने आप में रिकार्ड है. जो अनिल मिश्र और रिषिकेश तिवारी सुल्तान और रवि मोहन तिवारी की खरीद में गवाह थे, वही ट्रस्ट के बैनामे में भी गवाह बन गए। मैं समझता हूं आज उन करोड़ों भक्तों को ठेंस लगी होगी, जिन लोगों ने भगवान राम के मंदिर के निर्माण पर चंदा दिया.”संजय सिंह, आम आदमी पार्टी
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभार ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा है.
मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र हो सकता है पर भाजपा/आरएसएस के लिए व्यापार का जरिया है. इस जमीन घोटाले से करोड़ो भक्तो के आस्था से खिलवाड़ हुआ है. मोदी जी और योगी जी बताए कब होगा इन ट्रस्टी लोगो पर मुकदमा? कब गिरफ्तार कर भेजे जाएंगे ये लोग जेल?ओम प्रकाश राजभर
ट्रस्ट का क्या कहना है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि ऐसे आरोप से वो डरने वाले नहीं है. पहले भी आरोप लगे हैं, जो आरोप लगे हैं, उनका वो अध्ययन करेंगे.
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