पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस में स्थित बीएचयू के एमसीएच विंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों गुरुवार को हुआ था. 24 घंटे बीते भी नहीं थे कि बिल्डिंग की फॉल्स सीलिंग जमीन पर आ गिरी. हालांकि कोई दुर्घटना नहीं हुई है. वहीं जब इस संबंध में बीएचयू के एमएस से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि बल्ली हटाते वक्त थोड़ा सा सीलेंट नीचे गिरा है न कि फॉल्स सीलिंग गिरी है. बीएचयू ने इस मामले में जांच कमेटी भी गठित कर दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे.उन्होंने यहां से लगभग 1500 करोड़ रुपये की परियोजना का उद्घाटन किया.इसमें भारत जापान मित्रता का प्रतीक रुद्राक्ष 186 करोड़ व बीएचयू में 50 करोड़ की लागत से बना एमसीएच विंग महत्वपूर्ण था. दोनों ही स्थानों पर पीएम मौजूद थे.
एमसीएच बिल्डिंग में पीएम ने बिताया था आधा घंटा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमसीएच विंग बिल्डिंग के उद्घाटन के पश्चात लगभग आधा घंटे का समय यही बिताया था. इस दौरान उन्होंने भवन का निरीक्षण किया और यहां मौजूद चिकित्सकों से बातचीत की. उनका हालचाल जाना. शनिवार से यहां ओपीडी भी शुरू होनी थी लेकिन अब यह सोमवार से शुरू होगी. उद्घाटन के 24 घंटे के अंदर ही फॉल्स सीलिंग का गिरना भवन निर्माण के गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े कर रहा है.
क्या कहता है प्रशासन
एमसीएच विंग की फालसीलिंग गिरने के मामले में बीएचयू के एमएस डॉक्टर केके गुप्ता का कहना है की फॉल्स सीलिंग नहीं गिरी है, बल्कि छत में लगी बल्ली हटाते समय थोड़ा सा सिलेंट हट गया था. इससे मलवा नीचे आ गया था उसे तत्काल ठीक करा दिया गया है.
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