पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई असीम बनर्जी का कोरोनावायरस संक्रमण के कारण यहां के एक निजी अस्पताल में शनिवार को निधन हो गया. कोविड मामलों को नियंत्रित करने के लिए जिस दिन पश्चिम बंगाल ने अगले 15 दिनों के लिए राज्य में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की, उसी दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने छोटे भाई को खो दिया, जो पिछले एक महीने से अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे.
अस्पताल ने जारी किया बयान
अस्पताल ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री के छोटे भाई असीम बनर्जी का शनिवार सुबह निधन हो गया, जिन्हें पिछले महीने कोविड-19 संक्रमित पाया गया था. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि 62 वर्षीय बनर्जी का पिछले एक महीने से अस्पताल में इलाज चल रहा था.
अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा, पिछले महीने पता चला था कि वह कोविड-19 से संक्रमित हैं. उनका लगभग एक महीने से इलाज चल रहा था. उन्हें उच्च रक्तचाप जैसी कुछ बीमारियां भी थीं. सुबह 9.20 बजे उनका निधन हो गया.
उनका अंतिम संस्कार रविवार को निमताला श्मशान घाट में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा.
राज्य में कोरोना से 5 डॉक्टर्स की मौत
न केवल असीम बनर्जी बल्कि इसी दिन महामारी ने राज्य भर में पांच डॉक्टरों की भी जान ले ली. जिन डॉक्टरों की जान चली गई, उनमें प्रसिद्ध पेथोलॉजिस्ट डॉ. सुबीर कुमार दत्ता (90), बारासात के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. उत्पल सेनगुप्ता (करीब 70 वर्ष), सर्जन डॉ. सतीश घाटा (करीब 70 वर्ष), डॉ. संदीपन मंडल (37) और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दिलीप चक्रवर्ती शामिल हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 20,846 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 10,94,802 हो गए हैं.
बुलेटिन में कहा गया है कि पांच प्रख्यात डॉक्टरों सहित शनिवार को 136 लोगों की संक्रमण की वजह से जान चली गई, जिसके बाद राज्य में अभी तक संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 12,993 हो चुकी है.
राज्य में जान गंवाने वाले 136 लोगों में से 67 लोग ऐसे थे, जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी थी. कोरोना से उत्तर 24 परगना जिले में 42 और कोलकाता में 34 लोगों की मौत हुई है.
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