Bihar: बिहार के बेगूसराय में मंगलवार, 19 दिसंबर की देर रात शराब की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने हमला किया. हमले में एक एसआई की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. वहीं एक होमगार्ड का जवान घायल है. जिसका इलाज सदर अस्पताल बेगूसराय में चल रहा है. पूरा मामला नावकोठी थाना क्षेत्र के छतौना पुल का है.
अप्रैल 2016 से ही बिहार में शराबबंदी कानून लागू है.
कैसे हुई पूरी घटना?
शहिद दरोगा की पहचान नवाकोठी थाना में तैनात खामास चौधरी के रूप में की गई है. वहीं घायल होमगार्ड की पहचान जवान बालेश्वर यादव के रूप में की गई. मंगलवार की रात नावकोठी पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अल्टो कार से शराब की बड़ी खेप मंगाई जा रही है.
इसी सूचना पर खामास चौधरी दलबल के साथ छतौना पुल के नजदीक खड़े थे और जैसे ही अल्टो कार पहुंची उन्होंने कार को रोकने का प्रयास किया. लेकिन कार ने पुलिस को देखकर कार की स्पीड बढ़ा दी और सड़क पर खड़े खामास चौधरी सहित एक होमगार्ड के जवान को रौंदते हुए फरार हो गई.
अन्य पुलिस के जवानों ने अगल-बगल भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई. पुलिस ने छापेमारी कर अल्टो कार के मालिक को हिरासत में लिया और पूछताछ कर रही है. हालांकि कार अभी भी बरामद नहीं की जा सकी है.
राजनीतिक दलों के नेता क्या बोले?
इस घटना पर केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि ...
"नीतीश कुमार की गलत नीतियों की वजह से आज हजारों लोग जेल की काल कोठरी में बंद है. इतना ही नहीं नीतीश कुमार की गलत शराबबंदी नीति की वजह से सैकड़ों लोग काल के गाल में समा चुके हैं. शराब माफिया का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि एएसआई की कार से कुचलकर शराब माफियाओं ने हत्या कर दी. और इसके लिए यदि कोई जिम्मेदार है तो वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. और यदि ऐसे में बिहार में कोई कानून है तो उसके अंतर्गत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उसके शिकंजे में कासना चाहिए."
बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगी दलों ने भी इसकी कठोर शब्दों में निंदा की है. RJD के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने घटना कि घोर शब्दों में निंदा की है और कहा कि
"सरकार के द्वारा शराब माफिया पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. उनकी गिरफ्तारी हो रही है. इसी कारण बेचैनी और बौखलाहट में ऐसी घटनाएं हो रही है , जिसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे लोगों पर बेगूसराय प्रशासन कार्रवाई करेगी. इस तरह घटनाओं को रोकने के लिए सरकार लगातार एक्शन कर रही है और उन्हें जेलों की सलाखों में भेजा जा रहा है. जो ऐसा कृत्य करते हैं उनको छोड़ा नहीं जाएगा चाहे कितने भी बड़े रसूखदार क्यों ना हो."
दूसरी तरफ JDU के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि
बेगूसराय की घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निराशा जनक है. बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और ऐसे में यदि कोई इस कानून को तोड़ता है तो वह बच नहीं पाएगा. ड्यूटी पर तैनात एएसआई के साथ हुई वारदात को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बेगूसराय प्रशासन लगातार ऐसे लोगों की पहचान में जुड़ी हुई है और जल्दी उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा. यदि कोई बड़ा से बड़ा रसूखदार आदमी भी यह सोचता हो कि वह ऐसी घटना को अंजाम देकर बच जाएगा तो यह नीतीश कुमार की सुशासन की सरकार है ऐसे लोगों को छोड़ नहीं जाएगा"
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)