बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो गया है. इसमें जातीय समीकरण का खास ख्याल रखा गया है. OBC और दलित समुदाय के प्रतिनिधियों का दबदबा नजर आ रहा है. हालांकि, ये जरूर है कि NDA से अलग होने के बाद नीतीश की नई टीम में अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व बढ़ा है और सवर्ण समुदाय की हिस्सेदारी घटी है. आइए जानते हैं कि नीतीश कैबिनेट में किस समुदाय की कितने प्रतिशत हिस्सेदारी है.
कैबिनेट में दलित सबसे ज्यादा-फिर यादवों की संख्या
नीतीश कैबिनेट के लिए मंगलवार को 31 मंत्रियों ने शपथ ली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को मिला दें तो बिहार के मंत्रिमंडल में अब कुल 33 मंत्री हो गए हैं. इसमें OBC कोटे से सबसे ज्यादा मंत्रियों ने शपथ ली है. 13 मंत्री OBC कोटे से हैं. ऐसे में 39% से ज्यादा मंत्री OBC समाज से हैं.
बिहार कैबिनेट में दलित समाज का भी दबदबा दिखा. OBC के अलावा नीतीश कैबिनेट में 9 दलित समाज के प्रतिनिधियों को मंत्री बनाया गया है. ऐसे में नीतीश कैबिनेट में 27% से ज्यादा दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व हुआ.
दलित समुदाय से आने वाले मंत्रियों में अशोक चौधरी, जो पासी समाज से आते हैं और JDU कोटे से MLC हैं. सुनील कुमार भी दलित समाज से आते हैं. ये बिहार के भोटे विधानसभा सीट से विधायक हैं. मदन सहनी, मछुआरा समाज से आते हैं, जो बहादुरपुर विधानसभा से विधायक हैं. ऐसे ही शिला मंडल, सुरेंद्र राम, कुमार सर्वजीत और अनिता देवी भी दलित समाज से आते हैं.
कैबिनेट में 8 यादवों को मंत्री बनाया गया, जिसमें 7 RJD से हैं
नीतीश की कैबिनेट में यादव समाज से आने वाले 8 प्रतिनिधियों को मंत्री पद दिया गया, जिसमें से 7 RJD और 1 JDU कोटे से हैं. ऐसे में नीतीश के कैबिनेट में यादव समाज की हिस्सेदारी 24% से ज्यादा हुई.
यादव समाज से आने वालों में तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, जितेंद्र कुमार राय, विजेंद्र यादव (JDU), चंद्रशेखर यादव, रामानंद यादव, सुरेंद्र यादव और ललित कुमार यादव का नाम शामिल है.
नीतीश कैबिनेट में सवर्ण घटे- अल्पसंख्यकों की संख्या बढ़ी
नीतीश कुमार एनडीए से अलग हुए और महागठबंधन के साथ सरकार बनाई. ऐसे में नीतीश की न्यू कैबिनेट में सवर्ण समाज से आने वाले मंत्रियों की संख्या कम हुई है. इस बार नीतीश कैबिनेट में सवर्ण समाज से आने वाले सिर्फ 6 प्रतिनिधियों को मंत्री पद मिला है. कैबिनेट में इनकी 18% हिस्सेदारी हुई.
सवर्ण समाज से आने वालों में विजय चौधरी, संजय झा, लेसी सिंह, सुमित कुमार सिंह (जो निर्दलीय हैं और JDU कोटे से मंत्री बनाए गए हैं), समीर कुमार महासेठ और कार्तिक सिंह का नाम शामिल है.
नीतीश की न्यू कैबिनेट में अल्पसंख्यकों की संख्या 5 है. ऐसे में कैबिनेट में इनकी हिस्सेदारी 15% से ज्यादा हुई. अल्पसंख्यक समाज से आने वाले मंत्रियों में जमा खान (JDU), मो शाहनवाज, इसराइल मंसूरी और शमीम अहमद का नाम शामिल है.
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