बिहार के चंपारण में एक मुस्लिम लड़के से जबरन जय श्रीराम के नारे लगवाने का मामला सामने आया है. चंपारण के मेहसी के रहने वाले 18 साल के मोहम्मद इजराईल का आरोप है कि कुछ लोगों ने उसे जबरन जय श्री राम के नारे लगाने को कहा और फिर चाकू से उसका गला काटने की कोशिश की.
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ एफआईर दर्ज कर ली है. और इजराईल का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जय श्रीराम का नारा नहीं लगाने पर पीटा
इजराईल ने क्विंट को बताया,
“बारिश की वजह से हमारे यहां लाइट नहीं थी, मैं दिन में करीब ढाई बजे मोबाइल चार्ज करने के लिए अपने दोस्त के पास बथना गया था, तब ही मदारी चौक से जो रास्ता बथना जाता है, वहां कुछ लड़के खड़े थे, उनमें से एक लड़के ने मुझे कहा कि इधर कहां जा रहे हो, बथना में मियां (मुसलमानों) का जाना मना है, जिसके बाद सबने मुझे घेर लिया और पकड़ कर जय श्रीराम का नारा लगाने के लिए कहा, जब नारा नहीं लगाया तो मुझे मारना शुरू किया. कपड़े से मेरा मुंह बंद करने की कोशिश की. तभी उनमें से एक लड़के ने कहा कि गला काट दो इसका और फिर उसने चाकू से मेरे गले पर हमला किया. मेरे सिर में चोट आई, फिर मैं बेहोश हो गया. जब मुझे होश आया तो मैं अस्पताल में था.”
पुलिस ने शुरू की जांच
फिलहाल पुलिस ने इजराईल की शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. क्विंट ने मेहसी के थाना प्रभारी से बात की. थाना प्रभारी अवनीश कुमार ने बताया, “2 जून की घटना है, हम लोगों को शिकायत मिल गई है, FIR दर्ज हो गई है, जांच कर रहे हैं."
"मरा समझकर छोड़ दिया”
इजरायल के भाई ताहिर ने क्विंट से बात करते हुए कहा कि उनके भाई के सिर पर भी चोट है, वो ज्यादा बोल नहीं पा रहा हैं. उन्होंने कहा,
“जब हमला करने वालों को लगा कि इजराईल मर गया है तो उसे छोड़कर भाग गए सब. इजराईल को मेहसी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालत नाजुक देखते हुए उसे मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया. वहां एक दिन इलाज चला. लेकिन कोरोना की वजह से इलाज सही से नहीं हो रहा था, इसलिए हम लोग वापस मोतिहारी ले आए हैं, यहां प्राइवेट में इलाज करा रहे हैं. फिलहाल इजराईल पहले से बेहतर है.”
इजराईल ने राम गोपाल, अंशू, राहुल बरनवाल, लखन, प्रिंस, अभिषेक, नीतेश सिंह नाम के 6 लोगों का खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. ये सभी पास के बथना गांव के बताए जा रहे हैं. हालांकि इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
आरोपी ने कहा- हमें फंसाया जा रहा है
जिन लोगों पर इजराईल को पीटने का आरोप है उनमें से एक वीर प्रिंस ने क्विंट से बात करते हुए कहा, "हम पर झूठा इल्ज़ाम लगाया है. हम घटना के वक्त कहीं और गए हुए थे. जानबूझकर इस मामले को हिंदू-मुस्लिम का रंग दिया जा रहा है."
जब हमने पूछा कि आपका नाम FIR में क्यों दिया गया तब प्रिंस ने कहा,
“मेहसी समाज में मुस्लिम लोग के अंदर खटक बैठ गया है कि हम लोग आगे बढ़ रहे हैं, जिस लड़के को चोट लगी है उसकी लोगों के बीच अच्छी छवि नहीं है, इजराइल से हम लोगों की कोई दुश्मनी नहीं थी, वो लड़का इस इलाके से मोटर साइकिल तेजी से चलाता था, हमें नहीं पता किसने मारा.”
जब क्विंट ने इन लड़कों के संगठन के बारे में पूछा तो प्रिंस ने साफ कहा कि वो सारे लड़के बजरंग दल से जुड़े हुए हैं." खुद को मेहसी बजरंग दल का चकिया अनुमंडल का अध्यक्ष बताने वाले गोलू खिलानी ने कहा कि वो लोग बजरंग दल से जुड़े हैं इसलिए उन्हें फंसाया जा रहा है.
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