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बिहार दिवस कार्यक्रम में पहुंचे सैकड़ों बच्चे बीमार, पेट दर्द के चलते भर्ती

डॉटर्स ने कहा है कि कोई गंभीर मामला नहीं है. सभी बच्चे स्टेबल कंडीशन में हैं.

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राज्य
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बिहार दिवस (Bihar Diwas) में भाग लेने आए कई बच्चे बीमार हो गए हैं जिसके चलते उनका इलाज गांधी मैदान के मेडिकल कैम्प में चल रहा है जबकि कई बच्चों को पीएमसीएच भेजा गया है जहां उनका इलाज किया जा रहा है.

बच्चों ने बताया कि खाना खराब होने के कारण उनकी तबीयत खराब हो रही है. उनका कहना है कि ठहरने की व्यवस्था भी ठीक नहीं है. बताया गया है कि कई सारे बच्चों की फूड पॉइजनिंग के चलते तबीयत बिगड़ी है.

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बच्चा विभाग के एचओडी ए के जायसवाल ने कहा कि पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस मनाया जा रहा है इस मौके पर मेधावी छात्रों को बुलाया गया था उन्हीं बच्चों में अचानक उल्टी और पेट दर्द की शिकायत के बाद इमरजेंसी में पटना के अस्पताल में भार्ती कराया गया है. कुल 17 बच्चे भर्ती हुए थे इसमें पांच बच्चों की छुट्टी कर दी गई है और बाकी 12 बच्चों का इलाज अभी चल रहा है.

हालांकि डॉटर्स ने कहा है कि कोई गंभीर मामला नहीं है. सभी बच्चे स्टेबल कंडीशन में हैं. बच्चों ने बताया कि उन्हें उल्टियां हुई, पेट में दर्द हो रहा है. कार्यक्रम में कोई व्यवस्था नहीं की गई.

बिहार सरकार काफी सुस्त है, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए- कांग्रेस

इस मामले पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, "इतने बड़े कार्यक्रम में कितनी लापरवाही बरती गई, जिन बच्चों को आमंत्रित किया गया है..वो क्या खा रहे हैं.. क्या व्यवस्था है कोई ध्यान नहीं रखा गया. इसलिए बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हो गए. अगर बच्चे बीमार हो रहे हैं तो जवाबदेही तय होनी चाहिए. किस विभाग की जवावदेही थी. बच्चे बीमार क्यों पड़े. कई लापरवाही हो रही है. बिहार सरकार इन विषयों में काफी सुस्त है. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए."

उधर बीजेपी नेता संजय मयूख ने कहा, "जानकारी मिली है कि कुछ बच्चे बीमार पड़े हैं. सरकार ने संज्ञान लिया है. लेकिन जो भी दोषी है उन्हें सजा मिले. ये राजनीति का विषय नहीं है. बच्चे हमारे हैं. बच्चे बिहार के हैं."

लोक जनशक्ति पार्टी के चंदन सिंह ने कहा, "बिहार दिवस के लिए कई छात्रों को यहां बुलाया गया लेकिन उन छात्रों के लिए कोई व्यवस्था बिहार सरकार ने नहीं की. दूषित पानी और खराब गुणवत्ता का खाना खाने से बच्चे बीमार पड़ गए. छात्रों के नाम पर और बिहार दिवस के नाम पर सरकारी खजाने का जिस तरह से लूट मची है यह स्पष्ट है कि इसमें भ्रष्टाचार है क्योंकि सैकड़ों छात्रों की तबीयत एक साथ कैसे बिगड़ सकती है. इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए."

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