बिहार के मोतिहारी में एक आरटीआई कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को अज्ञात बाइक सवार लोगों ने प्रखण्ड गेट के पास गोली मार दी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां पहुंचने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
हत्या को लेकर अलग-अलग थ्योरी
बताया गया है कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल ने कई राजनीतिक दलों समेत सरकारी अधिकारियों के घोटालों की पोल खोली थी.
जानकारी के मुताबिक मोतिहारी के हरसिद्धि के प्रखंड कार्यालय के गेट पर आरटीआई कार्यकर्ता पर हमला हुआ. गोली लगने के बाद वो वहीं गिर गए, पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
अब इस घटना को लेकर अलग-अलग तरीके से देख रहे हैं, ज्यादातर लोगों का कहना है कि ये एक राजनीतिक हत्या है. क्योंकि विपिन अग्रवाल ने कई नेताओं समेत अधिकारियों की पोल खोली थी. ये भी कहा जा रहा है कि वो किसी बड़े भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले थे, इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई.
इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. सरेआम हत्याकांड से पूरा पुलिस महकमा अलर्ट है और फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार किया जा रहा है.
पिता बोले- करने वाला था कुछ खुलासे
इस घटना को लेकर मृतक के पिता विजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि, उनके बेटे ने कई जमीन संबंधित घोटालों को उजागर करने का काम किया था. अतिक्रमण संबंधित मामलों और जमीन संबंधी मामलों को लेकर वो आरटीआई लगाते थे, जिसके चलते उसकी हत्या की गई होगी. पिता ने बताया कि विपिन अग्रवान ने हाल ही में एक राजनेता के फर्जी जमीन पर पेट्रोल पंप को हटवाया था और कई अतिक्रमणों के खिलाफ आवाज उठाई थी. उन्होंने बताया कि वो कुछ ने खुलासे करने वाला था जिसके कारण उसकी हत्या का शक है.
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