बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में अंधविश्वास का एक मामला सामने आया है, जहां एक शख्स की मौत के कई घंटे बाद भी उसे जिंदा करने की कोशिश होती रही. लेकिन ये कोशिश कोई डॉक्टर नहीं कर रहा था, बल्कि झाड़ फूंक से श्मशान घाट पर ये सब कुछ किया जा रहा था.
कई घंटे तक करते रहे झाड़ फूंक
मामला मनियारी थाना क्षेत्र के महंथ मनियारी का है. यहां इस गांव में रहने वाले नवीन पंडित के पुत्र मोनू पंडित की मौत रविवार रात हुई. जिसके बाद जैसा आमतौर पर होता है, परिजन शव को लेकर श्मशान घाट पहुंचे. लेकिन इस बीच किसी ने परिवार को बताया कि उनके बेटे की मौत तंत्र-मंत्र के चलते हुई है. जिसके बाद परिवार ने श्मशान घाट पर ही तमाम झाड़ फूंक शुरू कर दी.
बताया गया कि मौत के करीब 16 घंटे बाद भी झाड़ फूंक के जरिए शख्स को जिंदा करने की कोशिश चलती रही. लेकिन ग्रामीणों ने तब परिवार को समझाया और आखिरकार परिजनों ने शव का दाह संस्कार कर दिया. इस घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई. साथ ही आसपास के गांवों में इसकी खूब चर्चा भी है.
परिवार से जब पूछा गया कि किसके कहने पर उन्होंने ये सब कुछ किया तो उन्होंने बताया कि एक शख्स जो खुद को परमपिता का सेवक बता रहा था, उसने ये सब करने को कहा. उसने परिवार से कहा कि, अगर दिल से सच्ची प्रार्थना करोगे तो वो जीवित हो सकता है.
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