बिहार के नालंदा में कथित जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही राज्य में शराबबंदी लागू करने को लेकर अधिाकरियों को सख्ती बरतने के निर्देश दे रहे हों, लेकिन उनके गृह जिले नालंदा में मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा.
कथित जहरीली शराब से 15 जनवरी को 8 लोगों की मौत हो गई और 16 जनवरी की सुबह 3 और लोगों की मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक, शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोहसराय थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी मुहल्ले में संदिग्ध स्थिति में आठ लोगों की मौत हो गई. इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी संबंधित क्षेत्र पहुंचे और लोगों से जानकारी प्राप्त की.
बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री ओर सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, हालांकि इसपर अमल को लेकर प्रारंभ से ही सवाल उठते रहे हैं.
विपक्ष का हमला
कांग्रेस, आरजेडी समेत तमाम पार्टियों ने मौतों को लेकर राज्य की नीतीश सरकार को घेरा है.
पिछले साल दिवाली के आसपास भी राज्य के चार जिलों में शराब पीने से 40 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की थी, जिसमें शराबबंदी कानून को लागू करवाने को लेकर सख्ती बरतने का आदेश अधिकारियों को दिया था. मुख्यमंत्री भी शराब के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए समाज सुधार यात्रा के तहत विभिन्न जिलों का दौरा कर चुके हैं.
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