बिहार में आखिरकार कैबिनेट विस्तार का इंतजार खत्म हुआ. नई सरकार बनने के 3 महीने बाद आज पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट का विस्तार किया है. एनडीए में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी इस कैबिनेट विस्तार में हावी दिख रही है. भारतीय जनता पार्टी के शाहनवाज हुसैन समेत कुल 17 मंत्रियों ने पद की शपथ ली.
इस कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के 9 और जेडीयू के 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है.
शाहनवाज की बिहार की राजनीति में एंट्री
केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे शाहनवाज हुसैन को बीजेपी ने अभी हाल ही में एसएलसी चुनाव के जरिए बिहार की राजनीति में दोबारा एंट्री कराई है.
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके शहनवाज हुसैन भागलपुर से दो बार (2006 और 2009) सांसद रह चुके हैं और एक बार (1999) किशनगंज से भी लोकसभा सांसद चुने गए थे. लेकिन अब शाहनवाज हुसैन को भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में भेज दिया है.
कैसे बीजेपी बनी ‘सीनियर’?
बता दें कि बिहार की कुल 243 सीट पर एनडीए के सीट शेयरिंग फॉर्मूले के तहत बीजेपी 121 और जेडीयू ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था, हालांकि, नीतीश कुमार ने अपने कोटे से सात सीटें जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को दिया था. वहीं बीजेपी ने अपनी 121 सीटों में से मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी को कुछ सीटें दी थीं. लेकिन चुनाव के बाद बीजेपी के खाते में 74 सीट और नीतीश कुमार की पार्टी सिर्फ 43 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी.
जिसके बाद बीजेपी बड़े भाई के रोल में नजर आने लगी, हालांकि चुनाव से पहले हुए समझौते के मुताबिक नीतीश ही सीएम बनें, लेकिन बीजेपी ने दो उप मुख्यमंत्री बनाकर अपनी ताकत का संदेश दे दिया था. वहीं अब इस कैबिनेट विस्तार में भी बीजेपी के खाते से एक मंत्री का ज्यादा होना कहीं न कहीं इसी ओर इशारा कर रहे हैं.
ये नेता बने मंत्री
- शाहनवाज हुसैन - BJP
- प्रमोद कुमार - BJP
- सम्राट चौधरी - BJP
- नीरज सिंह - BJP
- सुभाष सिंह - BJP
- प्रमोद कुमार - BJP
- सम्राट चौधरी - BJP
- नीरज सिंह - BJP
- नितिन नवीन - BJP
- श्रवण कुमार – JDU
- मदन सहनी - JDU
- संजय झा- JDU
- लेसी सिंह - JDU
- सुनील कुमार - JDU
- जयंत राज - JDU
- जमा खान - JDU
- सुमित कुमार सिंह - निर्दलीय
कैबिनेट में जाति-धर्म पर नजर
नए कैबिनेट विस्तार में दोनों ही पार्टियों ने जाति और धर्म पर फोक्स किया है. खास बात यह है कि जेडीयू और बीजेपी दोनों ने अपने कोटे से एक-एक मुस्लिम चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी है. बीजेपी की ओर से शाहनवाज हुसैन तो जेडीयू ने बीएसपी से आए जमा खान को मंत्री बनाया है.
वहीं सबसे ज्यादा 5 राजपूत चेहरों को इस मत्रीमंडल में जगह मिली है. वहीं 2 ब्राह्मण, 2 कुशवाहा, 2 वैश्य, एक दलित, एक महादलित, एक मल्लाह, एक कायस्थ, एक कुर्मी समाज से आने वाले नेताओं को मंत्री बनाया गया है.
जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तब नीतीश कुमार समेत कुल 14 ही मंत्री थे. इनमें दो उपमुख्यमंत्री भी शामिल हैं, जो बीजेपी के कोटे के हैं. लेकिन अब शपथ ग्रहण के बाद नीतीश सरकार के कैबिनेट में कुल 31 मंत्री हो गए हैं.
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