बिहार पुलिस (Bihar Police) इन दिनों चर्चा में है. चाहे दो IPS अधिकारियों के बीच का विवाद हो या फिर अब SDPO साहब के खिलाफ शिकायत. बिहार पुलिस की पोल खुद सिपाहियों ने खोल दी है. फुलवारी शरीफ SDPO पर पुलिसकर्मियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. सिपाहियों ने पटना SSP को पत्र लिखकर शिकायत की है और न्याय की गुहार लगाई है.
फुलवारी शरीफ SDPO पर गंभीर आरोप
फुलवारी शरीफ में तैनात पुलिसकर्मियों ने एसएसपी पटना को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि एसडीपीओ फुलवारी शरीफ उनसे अपने निजी आवास पर मालिश करवाते हैं और अपने कपड़े धुलवाते हैं. उनका यह भी आरोप है कि मना करने पर एसडीपीओ ने उनके साथ मारपीट की और निलंबन की धमकी दी.
यह शिकायत 6 पुरुष और 4 महिला सिपाहियों की तरफ से किया गया है. हालांकि कंप्लेन लेटर पर सिर्फ 7 पुलिसकर्मियों के सिग्नेचर है.
ड्यूटी की जगह पर्सनल काम करवाया जाता है
एसएसपी पटना से की गई सामूहिक शिकायत में कहा गया है कि 27 अगस्त 2022 को वज्र और कानून व्यवस्था बनाने के लिए हमारी ड्यूटी फुलवारी शरीफ में लगी थी. लेकिन SDPO हम सभी पुरुष पुलिसकर्मियों को अपने आवास पर बुलाकर अपना निजी काम करवाते हैं. हमसे पैर दबवाते हैं, पूरे शरीर में तेल लगवाते हैं. कपड़ा साफ कराते हैं.
डिप्रेशन में कई पुलिसकर्मी
SDPO की प्रताड़ना से पुलिसकर्मी काफी परेशान हैं. वहीं कुछ पुलिसकर्मी डिप्रेशन के शिकार हो चुके हैं. उन्होंने किसी प्रकाश की अप्रिय घटना की भी आशंका जताई है. सिपाहियों ने पत्र में लिखा है कि,
"महोदय अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महोदय, फुलवारी शरीफ के इस प्रकार के अमानवीय कृत से काफी तंग हो चुके हैं और हमलोगों में से एक-दो पुलिसकर्मी डिप्रेशन का भी शिकार हो चुके हैं, जिसके कारण किसी अप्रिय घटना के घटित होने से कतई इनकार नहीं किया जा सकता है."
इसके साथ ही सिपाहियों ने पत्र में लिखा है कि "कभी-कभी अनुमंडल पुलिस के अपने आवास पर बुलाया जाता है तो हमलोग उनके अमानवीयकृत को याद कर काफी डर जाते हैं और ये सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि शायद हमलोग सिपाही के पद पर नियुक्त होकर कोई बड़ा अपराध कर दिए हैं."
सिपाहियों ने लगाई न्याय की गुहार
इस पूरे मामले में सिपाहियों ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है. सिपाहियों ने एसएसपी से जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि उनके पास इसका एविडेंस है. मांगे जाने पर वे उपलब्ध करा देंगे. सिपाहियों ने कहा है कि पुलिसकर्मी आपका ही अंग हैं. आपके ही सहारे हम लोग किसी संस्थान या किसी स्थान पर रात-दिन बिना किसी डर-भय के निर्भिक होकर अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करते रहते हैं.
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