ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिहार: बदमाश को पकड़ने गई पुलिस पर चली गोली,सब-इंस्पेक्टर की मौत

सीतामढ़ी पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनिल कुमार ने बताया कि मेजरगंज थाना क्षेत्र में पुलिस एक बदमाश को गिरफ्तार करने गई थी

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

बिहार के सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज थाना क्षेत्र में बुधवार को बदमाशों द्वारा चलाई गई गोली में एक सहायक निरीक्षक (एसआई) की मौत हो गई जबकि एक चौकीदार गोली लगने से गंभीर रूप से घायल है. सीतामढ़ी पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनिल कुमार ने आईएएनएस को बताया कि मेजरगंज थाना क्षेत्र में पुलिस कुंवारी गांव में एक बदमाश को गिरफ्तार करने गई थी. पुलिस को देखते ही बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सब-इंस्पेक्टर दिनेश राम शहीद

उन्होंने बताया कि इस घटना में एसआई दिनेश राम शहीद हो गए, जबकि गोली लगने से एक चौकीदार गंभीर रूप से घायल हुआ है. घायल चौकीदार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.

इधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस शराब तस्करों को गिरफ्तार करने कुंवारी गांव पहुंची थी और तस्करों ने गोलीबारी शुरू कर दी..

विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना

इस घटना को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर निशाना साध रहा है. विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, "सीतामढ़ी में शराब तस्करों ने सब इंस्पेक्टर दिनेश राम की गोली मारकर हत्या कर दी है और एक अन्य को गम्भीर रूप से घायल कर दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, आपके घर में सीधी पहुंच रखने वाले शराब माफिया में इतना दु:साहस कहां से आया कि वो अब पुलिस का ही एनकाउंटर कर रहे हैं?"

इधर, मद्य एवं निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है और इस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है, जो भी दोषी होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी है और अवैध शराब रोकने के लिए सरकार कड़े कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि कड़ाई होने के बाद कभी कभार ऐसी स्थिति आ जाती है.

इधर, बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने कहा कि ऐसी घटना वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव के कारण घटती हैं.

उन्होंने कहा कि जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को छोटे अधिकरियों को छापेमारी के लिए दिशा निर्देश दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दबाव के कारण घटती हैं. उन्होंने सरकार से मृतक के बच्चों के पढ़ाई का खर्च वहन करने की मांग की है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×