बिहार के सासाराम में रामनवमी के दिन हुई हिंसा के मामले (Sasaram Ram Navami Violence) में रोहतास पुलिस ने बीजेपी (BJP) के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद (Jawahar Prasad) को गिरफ्तार किया है. इस मामले में शुक्रवार, 28 अप्रैल की रात पुलिस जवाहर प्रसाद के घर पहुंची और फिर उन्हें गिरफ्तार किया. बता दें कि जवाहर प्रसाद सासाराम सीट से 5 बार विधायक बन चुके हैं.
वहीं पुलिस ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि, कोर्ट से प्राप्त गैर जमानती वारंट का तामील करते हुए इस कांड में अप्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है.
31 मार्च को सासाराम शहर में हुए साम्प्रदायिक उपद्रव के मामले में पुलिस 28 अप्रैल तक 63 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और दो अभियुक्तों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था. 28 अप्रैल की रात्रि को कोर्ट से प्राप्त गैर जमानती वारंट का तामील करते हुए इस कांड के अप्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद, असीम नंदयी शामिल हैं.रोहतास पुलिस,
वहीं सासाराम हिंसा मामले में बीजेपी के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का बयान सामने आया है. सीएम नीतीश ने कहा कि चाहे वह किसी दल के हो उन पर कार्रवाई होगी.
सासाराम दंगे में कोई भी दोषी हो, उस पर जांच होगी और कार्रवाई की जाएगी. बिहार में दो जगहों पर जो दंगे हुए उस पर हमारी पैनी नजर है. जो इसमें दोषी होंगे, चाहे वह किसी दल के हो उन पर कार्रवाई होगी.नीतीश कुमार, बिहार सीएम
बता दें कि बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में हिंसा भड़क उठी थी. दरअसल, 30 मार्च, 2023 को बिहार के सासाराम के मदार दरवाजा गांव से रामनवमी जुलूस निकाली जा रही थी. इस दौरान दो समुदाय के युवकों के बीच गाली-गलौज हुई. इसके अगले दिन यानी 31 मार्च को सुबह करीब 11 बजे दोनों समुदाय के लोग फिर आमने-सामने हो गए. इस दौरान पथराव और आगजनी की घटना हुई थी. वहीं तनाव को देखते हुए रोहतास जिला में 8 दिनों तक इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया था और इस घटना में पुलिस ने बीजेपी के पूर्व विधायक को भी आरोपी बनाया था.
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