यूपी में पंचायत चुनाव से पहले गोरखपुर में बीजेपी नेता की हत्या कर दी गई है. गुलरिहा क्षेत्र के नरायनपुर के पूर्व प्रधान और बीजेपी के सेक्टर प्रभारी बृजेश सिंह को बाइक सवार बदमाशों ने गांव में शुक्रवार की रात गोली मार दी, घटना के वक्त वह अपने शहर वाले मकान पर लौट रहे थे. बृजेश सिंह इस बार पंचायत चुनाव में प्रधान पद के दावेदार थे. शनिवार को पर्चा दाखिला की तैयारी कर रहे थे.
नरायनपुर गांव के पूर्व प्रधान 52 साल के बृजेश सिंह का मेडिकल कॉलेज रोड पर मोगलहा के पास भी घर है, ग्राम प्रधान की सीट अनारक्षित होने पर इस बार उन्होंने गांव से प्रधानी की दावेदारी पेश की थी. शनिवार को नामांकन करने के लिए बृजेश ने पर्चा भी खरीद लिया था. शुक्रवार की रात 11 बजे के करीब गांव में जनसंपर्क करने के बाद बृजेश सिंह बाइक से मोगलहा स्थित अपने घर पर लौट रहे थे.
गांव के बाहर घेरकर बदमाशों ने उनके सीने और सिर में गोली मार दी. गोली की आवाज सुनकर पहुंचे लोग गंभीर हाल में उन्हें मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर घरवाले मौके पर पहुंचे. रिश्तेदार और समर्थकों ने लचर कानून-व्यवस्था और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया.
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि हत्या किसने और क्यों की इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा.
सीएम योगी के गृह क्षेत्र में ताबड़तोड़ हत्याएं
अभी 31 मार्च को ही गोरखपुर में एक इलेक्ट्रॉनिक शोरूम के मालिक और उसके स्टाफ को 2 अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने गोलियों से भून डाला था. इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान चलाने वाले 35 साल के शंभू शरण मौर्य और 42 साल के उनके सहायक संजय पांडे को गोली मारी गई जिसके बाद दोनों की मौत हो गई.
इससे पहले 10 मार्च को पूर्व बीएसपी नेता और जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रितेश मौर्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसे चुनावी रंजिश में की गई वारदात बताया जा रहा था.
10 और 31 मार्च के हत्याकांड को जोड़कर भी देखा जा रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि शंभू, मौर्य के करीबी थे.
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