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नागरिकता कानून के खिलाफ UP में हिंसक प्रदर्शन- 1 की मौत, जलाए वाहन

नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन चल रहे हैं.

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नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन चल रहे हैं. इसी बीच धारा-144 लागू होने के बाद भी यूपी में जमकर बवाल दिख रहा है. संभल जिले में नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने यूपी ट्रांसपोर्ट की तीन बसों में आग लगा दी. वहीं कई मोटरसाइकिलों को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस प्रदर्शन में एक शख्स की मौत भी हुई है.

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लखनऊ में भी प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने लखनऊ के मदेहगंज में आगजनी की और एक पुलिस चौकी में तोड़फोड़ भी की. इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे.

उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में 20 मोटरसाइकिल, 10 कार, 3 बस और 4 मीडिया की ओबी वैन को आग के हवाले किया गया. कुछ प्रदर्शनकारियों ने इन वाहनों पर आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया.

बता दें कि प्रदर्शन को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह तैयार था. बुधवार रात को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा था कि किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं है. प्रदेश सरकार ने इस दौरान सर्दी के प्रकोप को देखते हुए प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेजों में दो दिनों- गुरुवार और शुक्रवार को अवकाश घोषित किया गया है.

CAA के खिलाफ UP के कई इलाकों में प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर यूपी के कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन जारी है. संभल जिले में प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की बस में आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया. संभल के बाद लखनऊ में भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. यहां मदेयगंज, खदरा के बाद ठाकुरगंज में भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया. पुराने लखनऊ में भी हिंसा फैली है. पुलिस ने उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे हैं. मदेयगंज पुलिस चौकी के बाहर खड़ी दो बाइकों में आगजनी की गई.

लखनऊ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया, "सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोपी तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. फवाद, सदन अली और अली मुल्ला खान को शहर के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया."

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में कई संगठनों ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. समाजवादी पार्टी भी इस आंदोलन में शामिल है. पार्टी कार्यालयों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके मद्देनजर राज्य में धारा 144 लागू है.

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने बताया, "मेरठ में आपत्तिजनक पर्चे बांटने वाले तीन लोगों सहित बुधवार रात 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तीन हजार लोगों को शांतिभंग में पाबंद किया गया है। कृपया कोई भी व्यक्ति किसी भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा न लें. माता-पिता से भी अनुरोध है कि वे अपने बच्चों की काउंसलिंग करें."

वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में समाजवादी पार्टी ने धरना-प्रदर्शन किया. बेनियाबाग-चेतगंज मार्ग पर प्रतिवाद मार्च निकाल रहे भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया. बेनियाबाग मैदान में प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों को बसों में भरकर कहीं ले जाया गया.

चित्रकूट में नागरिकता कानून और महंगाई के विरोध में सपाइयों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोका तो नाराज सपाइयों से पुलिस की नोकझोंक हो गई. इसके बाद सपाइयों ने गिरफ्तारी दी. वहीं उन्नाव कलेक्ट्रेट गेट के पास भी सपा कार्यकर्ता धरना दे रहे हैं. जिले के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.

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