उत्तर प्रदेश में वक्फ की संपत्तियों की धांधली के मामले में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के खिलाफ सीबीआई का शिकंजा कस गया है. सीबीआई ने वसीम रिजवी के खिलाफ दो केस दर्ज किया है. इसे लेकर योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि शिया व़क्फ बोर्ड की भारी मात्रा में शिकायत प्राप्त हुई थी. पिछली सरकारों में हजारों करोड़ की वक्फ संपत्ति बेची और बर्बाद की गई है. दोषियों को जेल भेजने से लेकर पीड़ितों के साथ न्याय कराने का काम योगी सरकार करेगी. ये कार्रवाई भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की नीति के तहत हुई है.
मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि एसपी, बीएसपी की पिछली सरकारों ने वरिष्ठ धर्मगुरुओं, समाजसेवी और पीड़ितों की मांग नहीं सुनी थी. व़क्फ संपत्तियां जमकर बर्बाद होने दी थी. अब योगी सरकार न्याय कर रही है.
पूरा मामला क्या है?
बता दें कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में धांधली के मामले में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के विरुद्ध सीबीआई ने दो अलग-अलग केस दर्ज किया है. सीबीआई लखनऊ की एंटी करेप्शन ब्रांच ने प्रयागराज की शहर कोतवाली व लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में वसीम रिजवी समेत अन्य के विरुद्ध दर्ज कराए मुकदमों को अपने केस का आधार बनाया है. प्रदेश सरकार ने 11 अक्टूबर 2019 को इन दोनों मामलों में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. सीबीआई अब शिया वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में धांधली की सिलसिलेवार जांच शुरू करेगी.
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