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'बाल खींचे, जमीन पर पटका'-दत्तक केंद्र में बच्चे को पीटते दिखी प्रोग्राम मैनेजर

Kanker: महिला की करतूत का विरोध करने वाले 8 कर्मचारियों को एक साल के अंदर केंद्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कांकेर (Kanker) शहर के शिवनगर स्थित दत्तक केंद्र (Adoption Center) अब मासूमों के लिए ग्रहण का केंद्र बन गया है. दरअसल, दत्तक केंद्र से मासूम बच्चों के साथ बर्बरता का एक खौफनाक वीडियो सामने आया है. यहां के शिवनगर स्थित दत्तक ग्रहण केंद्र में मासूमों के लिए यातना गृह बन गया है. अब दत्तक ग्रहण केंद्र में बच्चों की देखभाल और भरण पोषण नहीं भल्कि बच्चों के साथ बर्बरता की जा रही है जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

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वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह एक महिला बच्ची के बाल पकड़ उसे उठाकर जमीन पर पटक रही है. इस वीडियो के सामने आने के बाद इन केंद्रों में बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है.

दरअसल, वीडियो में एक महिला बच्चों की बेरहमी से पिटाई कर ही है. इतना ही नहीं इस महिला ने एक बच्ची को पहले हाथ से मारा फिर बाल से उठाकर जमीन पर पटक दिया. जमीन पर गिरी बच्ची को फिर से खड़ा कर एक बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया. बच्ची चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन महिला को उस पर तरस तक नहीं आया और वह पिटती रही.

पास से ही दो आया भी गुजरती हैं, लेकिन उनको भी हिम्मत नहीं हुई कि इस बर्बरता को वह रोक सके. इसके बाद महिला दूर खड़ी एक और बच्ची को पास बुला कर उसके साथ भी बुरी तरह मारपीट करती है. इसके बाद भी महिला का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो वह बच्चों के साथ गाली गलौच करने लगती है.

वही इस वीडियो में जो महिला दिख रही है वो कोई और नहीं, बल्कि शिवनगर स्थित दत्तक केंद्र में पदस्थ प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी बताई जा रही है. जो बच्चियों के साथ आए दिन इसी तरह मारपीट करती है और इससे बच्चियां भी डरी सहमी हुई रहती है.

सुरक्षा के लिए लगाए गए CCTV कैमरा रात में हो जाते है बंद

बता दें कि कांकेर के इस दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 साल तक के अनाथ बच्चों को रखा जाता है और यहां बाहरी लोगों का आना जाना मना है. बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां CCTV कैमरा भी लगाए गए है, जो रात में प्रोग्राम मैनेजर द्वारा बंद कर दिया जाता है. वहीं मैनेजर के इस हरकत से अब बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है.

मैनेजर की पहले भी हो चुकी है शिकायत

वहीं जो भी केंद्र की महिला मैनेजर के खिलाफ आवाज उठाई उसे इस केंद्र से निकाल दिया गया. बता दें कि इससे पहले यानी एक साल में यहां काम करने वाले 8 कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया था, दरअसल, ये सभी कर्मचारी इस प्रोग्राम मैनेजर का विरोध करने के कारण उन्हें केंद्र से निकाल दिया गया. इसके अलावा इस प्रोग्राम मैनेजर की शिकायत महिला बालविकास विभाग तक पहुंच, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और दिनों दिन प्रोग्राम मैनेजर का हौसला बुलंद होता रहा और वह बच्चों के साथ बर्बरता करते रही.

हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने मैनेजर सीमा द्विवेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. आरोपी मैनेजर की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है.

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