छत्तीसगढ़ सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक "गोधन न्याय योजना" के हितग्राहियों के खाते में सीएम भूपेश बघेल द्वारा कुल 21.31 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया गया है. इस योजना की शुरुआत 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व से हुई थी. जिसके तहत गौठानों द्वारा ग्रामीण पशुपालकों से गोबर 2 रुपये प्रति किलो और गोमूत्र 4 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है.
CM भूपेश द्वारा ट्रांसफर की गई इस राशि में 16 मई से 31 मई तक गौठानों में खरीदे किए गए गोबर के एवज में ग्रामीण पशुपालकों को भुगतान की जा रही 4.91 करोड़ रूपए, गौठान समितियों को 8.98 करोड़ एवं स्व-सहायता समूहों को 6.29 करोड़ रूपए की लाभांश राशि तथा गौठान समितियों ने पदाधिकारियों के मानदेय की राशि 1.13 करोड़ रुपए की राशि शामिल है.
आपको बता दें गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को इस राशि को मिलाकर अब तक कुल 538 करोड़ 89 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है.
क्या है गोधन न्याय योजना
गोधन न्याय योजना से किसानों को काफी लाभ मिलता है इसके द्वारा राज्य में जितने भी किसान और पशुपालक गाय पालते है उन लोगों से गाय का गोबर खरीदा जाता है.
गाय के गोबर का इस्तेमाल सरकार वर्मी कम्पोस्ट खाद्य को बनाने के लिए करती है. इससे असली खाद्य तैयार किया जाता है, जो खेती के लिए बहुत ही उपयोगी होती है.
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