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वधावन परिवार पर केस-ED ने जब्त की गाड़ियां, IPS की जांच के आदेश

IPS अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने वधावन परिवार की यात्रा में मदद की

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लॉकडाउन के बावजूद महाबलेश्वर यात्रा करने वाले DHFL के प्रमोटर और CBI जांच में फंसे वधावन परिवार के खिलाफ महाराष्ट्र ने मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा कथित तौर पर वधावन परिवार की मदद करने वाले सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं. वहीं इस मुद्दे पर प्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मामले में सफाई मांगी है.

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परिवार पर केस, अधिकारी की जांच

गुरुवार 9 अप्रैल को लॉकडाउन के बावजूद वधावन परिवार के मुंबई से महाबलेश्वर जाने का मामला सामने आया था, जिसके बाद परिवार को क्वारन्टीन कर दिया गया था. पहले से ही यस बैंक गड़बड़ी से जुड़े मामलों में जांच का सामना कर रहे इस परिवार के खिलाफ अब लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला भी दर्ज किया जाएगा.

प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को कहा था कि इस मामले की जांच होगी. शुक्रवार 10 अप्रैल को देशमुख ने वधावन परिवार के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए. PTI के मुताबिक,

गृह मंत्री ने वधावन परिवार पर IPC-188,269,270,34 और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया है.

इस बीच ED ने उन 5 गाड़ियों को जब्त कर लिया है, जिनका इस्तेमाल DHFL के प्रमोटर धीरज वधावन और कपिल वधावन ने लॉकडाउन के दौरान महाबलेश्वर जाने के लिए किया था.

वहीं इस मामले में घेरे में आए प्रदेश के सीनियर प्रिंसिपल सेक्रेटरी (स्पेशल) और IPS अधिकारी अमिताभ गुप्ता के खिलाफ जांच के आदेश भी गृह मंत्री देशमुख ने दिए हैं. देशमुख ने बताया कि प्रदेश के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी मनोज सौनिक अधिकारी की भूमिका की जांच करेंगे.

प्रदेश सरकार ने पहले ही अमिताभ गुप्ता को जांच होने तक कंपल्सरी लीव पर भेज दिया है.

मंत्री के आशीर्वाद के बिना संभव नहीं

दूसरी तरह इस मामले के सामने आने के बाद प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी सक्रिय हो गई है. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम फडणवीस ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर सीएम उद्धव ठाकरे से इस मामले में सफाई मांगी.

फडणवीस ने अपने वीडियो में सीएम से सवाल पूछा,

“आखिर लॉकडाउन के बाद भी कैसे बाहर जाने की इजाजत दी गई. केवल अधिकारी को छुट्टी पर भेजने से कुछ नहीं होगा. इसकी जिम्मेदारी गृह मंत्री को लेनी चाहिए.”

फडणवीस ने साथ ही आरोप लगाया कि जब भी ऐसा लेटर (विशेष इजाजत) नहीं दिए जाते और बिना किसी बड़े मंत्री के ‘आशीर्वाद’ के ऐसा कुछ नहीं हो सकता.

वहीं इस मामले में सवाल ये भी उठ रहे हैं कि CBI का लुक आउट नोटिस होने के बावजूद वधावन परिवार के सदस्य कैसे मुंबई से बाहर खंडाला पहुंचे और पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली.

बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता किरीट सौमेया ने मुलुंड पुलिस स्टेशन में वधावन बंधुओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. सौमेया ने कहा कि YES बैंक और कई दूसरे मामलों में केंद्रीय एजेंसी उन लोगों की तलाश कर रही हैं, तो ऐसे में उन्हें बाहर जाने की परमिशन क्यों दी गई. सौमेया ने साथ ही कहा कि वरिष्ठ अधिकारी का नाम सामने आना इसे और भी गंभीर बनाता है औ अधिकारी के खिलाफ भी एफआईआर होनी चाहिए.

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