देश में जारी कोरोना की दूसरी लहर में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. ऐसा कह सकते हैं कि भारत में कोरोना विस्फोट का केंद्र महाराष्ट्र है. जहां रोजाना कोविड-19 के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, साथ ही कोरोना से होने वाली मौतों के मामले में भी बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 5 दिन के अंदर ही डेली कोरोना केस करीब 45 हजार से बढ़कर 60 हजार हो गए हैं. वहीं सीएम उद्धव पहले ही पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाए जाने के संकेत दे चुके हैं.
हालांकि इस बीच राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है जहां अब तक 1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
भारत में कोरोना की लहर, महाराष्ट्र बना केंद्र
राज्य में कोरोना के अब तक 33,43,951 मामले सामने आ चुके हैं. फिलहाल एक्टिव केसों की संख्या 5,36,682 है. महाराष्ट्र में एक्टिव केसों की संख्या की दर, रिकवरी रेट और कोरोना से होने वाली मृत्यु दर, देश के औसत अनुपात के मुकाबले चिंताजनक है.
11 अप्रैल को महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 63,294 मामले दर्ज हुए हैं. जबकि कोरोना संक्रमण से 349 लोगों की मौत हो गई. ठीक इसी तरह पिछले 6 दिनों में कोरोना के केसों की संख्या इस प्रकार है:
- 10 अप्रैल- 55411 नए कोरोना केस, 309 मौतें
- 9 अप्रैल- 58,993 नए कोरोना केस, 301 मौतें
- 8 अप्रैल- 56,286 नए कोरोना केस, 376 मौतें
- 7 अप्रैल- 59,907 नए कोरोना केस, 322 मौतें
- 6 अप्रैल- 55,469 नए कोरोना केस, 297 मौतें
- 5 अप्रैल- 47,288 नए कोरोना केस, 155 मौतें
मुंबई,पुणे और नागपुर समेत कई शहरों में हालात खराब
राजधानी मुंबई समेत राज्य के कई शहरो जैसे नागपुर, पुणे और अन्य जिलों में कोरोना संक्रमण से हालात खराब हैं. मुंबई में पिछले 24 घंटों में कोविड के 9989 मामले सामने आए हैं और 58 लोगों की मौत हो गई है. वहीं पुणे में एक दिन में 12590, तो नागपुर में 7201 केस दर्ज हुए हैं. इन शहरों में कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़े में वृद्धि हो रही है.
कोरोना वैक्सीनेशन में महाराष्ट्र राज्य सबसे आगे
कोविड संक्रमण के बीच महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान भी तेजी से चल रहा है. महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है, जहां अब तक 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है.
राज्य में अब तक 10,038,421 लोगों को कोविड वैक्सीन दी जा चुकी है, जो कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक है.डॉ प्रदीप व्यास, प्रधान सचिव, महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने वैक्सीन की कमी की बात कही थी. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, राज्य में कुछ ही दिन के लिए कोरोना वैक्सीन का स्टॉक बचा है. वहीं वैक्सीन की कमी के चलते कुछ केंद्रों पर टीकाकरण का अभियान रूक गया है. महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार से कोविड वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाने को कहा था.
वहीं कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, महाराष्ट्र सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अपनी नाकामियां छुपाने के लिए वैक्सीन की कमी का हवाला दे रही है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी महाराष्ट्र सरकार पर वैक्सीन के 5 लाख डोज को बर्बाद करने का आरोप लगाया था.
सीएम उद्धव ने दिए लॉकडाउन के संकेत
राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 10 अप्रैल को सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई थी.
इस बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने इस बात पर जोर दिया कि वायरस का संक्रमण चक्र तोड़ने के लिए कम से कम 8 दिन का लॉकडाउन जरूरी है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि, “हर संक्रमित 25 लोगो को संक्रमित कर रहा है. इससे पूरा हेल्थ सिस्टम गड़बड़ हो रहा है. अब छूट के साथ लॉकडाउन से हालत नहीं सुधरने वाली. अब हमें सख्ती करनी ही होगी.”
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