Cyclone Asani की वजह से कई राज्यों में भारी बारिश का खतरा है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा है कि गंभीर चक्रवाती तूफान असानी (Cyclone Asani) के तट से दूर समुद्र के ऊपर फिर से उठने की संभावना है और यह आंध्र प्रदेश, ओडिशा या पश्चिम बंगाल को पार नहीं करेगा.
फिलहाल यह गंभीर चक्रवाती तूफान आसानी- पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश में काकीनाडा से करीब 300 किमी दक्षिण-पूर्व, विशाखापत्तनम से 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व, ओडिशा में गोपालपुर से 510 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पुरी से 590 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है.
ओडिशा में ।5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे इस चक्रवात के आज रात तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरी आंध्र तट और उससे सटे ओडिशा तट तक पहुंचने की संभावना है.
असानी के कारण आंध्र प्रदेश तट में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. ओडिशा में आज शाम से छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान के कमजोर होने की संभावना है.
चक्रवात आसनी श्रीलंका द्वारा दिया गया एक नाम है जिसका अर्थ सिंहली में 'क्रोध' होता है.
सुपर साइक्लोन की निगरानी कर रहे मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि जब साइक्लोन असानी की पुनरावृत्ति शुरू होगी तो उससे उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में तापमान बढ़ने की संभावना है.
साइक्लोन के मद्देनजर मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 9 मई और 10 मई को बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में और 10 मई और 12 मई तक बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी के गहरे समुद्र क्षेत्र में न जाएं.
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने चक्रवात के मद्देनजर अपने कर्मचारियों और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट कर दिया है.
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