सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) के खिलाफ दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव पास कर दिया गया है. अस्थाना की नियुक्ति पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाया है. विपक्ष के नेता रामवीर बिधूड़ी ने सदन में कहा कि सत्ताधारी पार्टी के विधायकों के पास राकेश अस्थाना के बारे में जानकारी का अभाव है, 2001 में उन्हें पुलिस मेडल दिया गया था शानदार सेवाओं के लिए। 2009 में देश में कांग्रेस की सरकार थी, उस समय राकेश अस्थाना को प्रेजिडेंट पुलिस मेडल दिया गया था. जब उनको देश के राष्ट्रपति सम्मानित कर रहे हैं तो हम सभी को राकेश अस्थाना की नियुक्ति का स्वागत करना चाहिए
बता दें कि राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस कमिश्नर बना दिया गया है. इससे पहले एसएन श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाला था, लेकिन जून में ही उनका कार्यकाल खत्म हो गया. जिसके बाद आईपीएस अधिकारी बालाजी श्रीवास्तव को लुक आफ्टर चार्ज दिया गया. लेकिन अब राकेश अस्थाना को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त कर दिया गया है.
राकेश अस्थाना इससे पहले बीएसएफ के डीजी पद पर कार्यरत थे. अस्थाना गुजरात कैडर के1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. बीएसएफ डीजी के साथ-साथ वो एनसीबी चीफ का पद भी संभाल रहे थे.
जब 2018 में अस्थाना के खिलाफ करोड़ों की रिश्वत लेने के आरोप लगे थे तो तत्कालीन सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी थी. लेकिन सरकार ने आलोक वर्मा को हटाकर नागेश्वर राव को सीबाआई डायरेक्टर बना दिया.
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