ADVERTISEMENTREMOVE AD

दिल्ली में 1 हजार नए कोरोना बेड, तैयार हुए 2 कोविड केयर सेंटर

कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रही दिल्ली को अगले दो दिनों में 1000 आईसीयू बेड्स और मिल जाएंगे

Published
राज्य
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रही दिल्ली को अगले दो दिनों में 1000 आईसीयू बेड्स और मिल जाएंगे. दिल्ली सरकार ने जीटीबी अस्पताल के पास रामलीला ग्राउंड और एलएनजेपी अस्पताल के सामने 500-500 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया है, जो अगले दो से तीन दिनों में शुरू हो जाएगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 10 मई को कहा, “जीटीबी के पास बने 500 आईसीयू बेड के लिए 22 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी. हमारे पास बाहर से एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर आज आ जाएंगे.”

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ऑक्सीजन बेड्स बढ़ाने पर भी जोर

केजरीवाल ने कहा कि 1000 आईसीयू बेड के एक साथ चालू होने के बाद दिल्ली के लोगों को अब आईसीयू बेड की कमी शायद महसूस नहीं होगी. इसी तरह, हम ऑक्सीजन बेड भी हम बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाते जा रहे हैं. इसके अलावा, हम कई जगहों पर ऑक्सीजन के और नए बेड बना रहे हैं. बीच में कुछ दिनों के लिए जो बेड की कमी महसूस हुई थी, वो बेड की कमी अब नहीं महसूस होगी.

कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रही दिल्ली को अगले दो दिनों में 1000 आईसीयू बेड्स और मिल जाएंगे
GTB अस्पताल के सामने रामलीला ग्राउंड में बना अस्थायी कोविड केयर सेंटर
(फोटो: Accessed by Quint)

जीटीबी के सामने रामलीला ग्राउंड में बनाए गए 500 आईसीयू बेड पर करीब 22 मीट्रिक टन ऑक्सीजन खर्च होगी. इसके लिए ऑक्सीजन के टैंक बाहर लगाए गए हैं. इससे यहां ऑक्सीजन की कमी महसूस नहीं होगी.

“मैं उम्मीद करता हूं कि पीक निकल चुकी है और अब केस कम होंगे, लेकिन अपनी तरफ से कोई ढिलाई नहीं देना चाहूंगा.”
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली
0

तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा

केजरीवाल ने कहा कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए हमें स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को और बढ़ाना पड़ेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बड़े स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा रही है. सीएम केजरीवाल ने संभावित तीसरी लहर के संबंध में कहा कि हमें तीसरी लहर की संभावना को मद्देनजर रखते हुए बिल्कुल तैयारियां करनी चाहिए. इसके लिए हमें अपने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को और बढ़ाना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि नवंबर में दिल्ली के अंदर कोरोना की एक लहर आई थी, जब अधिकतम 8500 केस आए थे. उस लहर को हमने बहुत सफलता पूर्वक बिना किसी समस्या के डील किया, लेकिन यह जो लहर आई है, इसमें अधिकतम 28,000 केस आए हैं. यह संभावनाओं से परे है. इस वजह से पूरा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तनाव में आ गया था, लेकिन जिस स्तर पर हम इसे बना रहे हैं, तो अगली लहर में अगर 30 हजार केस भी आते हैं, तब भी हम उसको डील करने के लिए तैयार हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्राइवेट स्कूल में बनाया गया कोविड सेंटर

द्वारका में स्थित माउंट कार्मेल स्कूल सोसाइटी ने अपने ऑडिटोरियम को कोरोना केयर सेंटर में बदला दिया है. स्कूल के संस्थापक डॉ. वी.के.विलियम की एक सप्ताह पहले मृत्यु हो गई थी. इसके बाद स्कूल ने अपने ऑडिटोरियम को 40 बेड्स के कोरोना केअर सेंटर में तब्दील कर दिया. इसका नाम विजय विलियम कोरोना केअर सेंटर रखा गया है.

कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रही दिल्ली को अगले दो दिनों में 1000 आईसीयू बेड्स और मिल जाएंगे
माउंट कार्मेल स्कूल सोसाइटी के ऑडिटोरियम में बना कोविड केयर सेंटर
(फोटो: IANS)

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने माउंट कार्मेल स्कूल की इस पहल को सराहा है. उपमुख्यमंत्री ने माउंट कार्मेल स्कूल द्वारा शुरू किए गए 40 बेड्स के विजय विलियम कोरोना केयर सेंटर का दौरा किया. इस सेंटर पर ऑक्सीजन बेड्स, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि इस कोरोना केअर सेंटर को जरूरत पड़ने पर किसी बड़े अस्पताल से भी लिंक किया जा सकता है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×