दिल्ली चुनाव में प्रचंड जीत के बाद अब अरविंद केजरीवाल फिर तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेने वाले हैं. शपथ ग्रहण के पहले सरकार ने शिक्षकों और प्रिंसिपल्स और अधिकारियों को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कहा है. इसको लेकर अब बीजेपी आम आदमी पार्टी के इस रवैए पर सवाल खड़े कर रही है.
बता दें कि दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा. इसके लिए केजरीवाल सरकार की तरफ से पूरी दिल्ली को न्योता दिया गया है.
शिक्षा निदेशालय (DoE) ने जारी किया सर्कुलर
वहीं अब दिल्ली के शिक्षा निदेशालय (DoE) का एक सर्कुलर जारी हुआ है, जिसमें दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों के शिक्षकों और प्रिंसिपल्स और अधिकारियों को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कहा गया है.
इस सर्कुलर में ये भी कहा कहा गया है, 16 फरवरी को रामलीला मैदान के एंट्री गेट पर सभी शिक्षकों की हजारी अनिवार्य है.
BJP ने उठाए सवाल
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने अरविन्द केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि,
“फ्री घोषणाओं के बल पर चुनाव जीती AAP के पास विधायक तो हैं पर जन समर्थन नही है. अरविन्द केजरीवाल के शपथ ग्रहण मे लोगों के ना आने की चिंता से परेशान CM साहब ने मुख्य सचिव के माध्यम से निकाला फरमान . 30000 टीचरों के शपथ ग्रहण मे लोगों के ना आने की चिंता से परेशान CM साहब ने मुख्य सचिव के माध्यम से निकाला फरमान.”प्रवीण शंकर कपूर, बीजेपी
शिक्षा निदेशालय (DoE) ने दी सफाई
विवादों के बढ़ाने के बाद DoE के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि , " सर्कुलर का गलत मतलब निकला जा रहा है, AAP सरकार ने शिक्षकों को दिल्ली शिक्षा मॉडल में उनके योगदान के लिए सम्मान के रूप में उन्हें आमंत्रित किया है.
हालांकि, आधिकारिक ने इस बात पर कोई टिप्पणी नहीं की कि शिक्षकों के लिए कार्यक्रम में शामिल होना अनिवार्य था या नहीं.
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