झारखंड के दुमका में एक छात्रा को जलाकर मारने के मामले में कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए DGP को तलब किया था. कोर्ट ने DGP को फटकार लगाई और कहा, प्रदेश में कानून का कोई शासन नहीं है. कानून तोड़ने वालों में कानून का कोई डर नहीं है. कोर्ट ने DGP से उस पुलिस अधिकारी (DSP) के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी कहा, जिसने साक्षात्कार दिया था कि आरोपी मानसिक रूप से विक्षिप्त है.
कोर्ट ने DGP से ये भी सवाल किया कि पीड़ित छात्रा को किन परिस्थितियों में बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं दी गई. साथ ही DGP को पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश भी दिए. कोर्ट जांच की प्रगति पर भी नजर रखेगा.
वहीं, छात्रा के मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है. बताया जा रहा है कि दो सदस्यीय टीम झारखंड की राजधानी रांची पहुंच रही है. NCW की टीम अधिकारियों के साथ उनकी कल बैठक होगी. NCW की टीम 31 अगस्त को दुमका पहुंचेगी और संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ भी बैठक करेगी.
उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छात्रा को जिंदा जलाने वाले अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि छात्रा के साथ किए गए बर्बर व्यवहार और उसकी मौत ने हर भारतीय का सिर शर्म से झुका दिया है, उसे और उसके परिवार को न्याय तभी मिलेगा, जब अपराध करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज का समय महिलाओं के लिए माहौल को सुरक्षित बनाने का है.
बता दें, छात्रा को पड़ोस में रहने वाला एक युवक परेशान कर रहा था. छात्रा जब इसकी शिकायत उसके परिवार से की तो युवक ने उस पर पेट्रोल फेंककर जिंदा जला दिया. गंभीर रूप से झुलसी छात्रा ने शनिवार देर रात अंतिम सांस ली. उससे पहले उसने रांची के रिम्स में 5 दिनों तक जिंदगी के लिए संघर्ष किया. दुमका में सोमवार सुबह उसका अंतिम संस्कार किया गया. छात्रा को आग लगाने वाला आरोपी शाहरुख अब जेल में है, लेकिन लोग उसे जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं.
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