उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) में दबिश के दौरान पुलिस का धक्का लगने से एक महिला की मौत हो गयी. घरवालों ने पुलिस पर हत्या आरोप लगाया है. पुलिस के एक आला अफसर ने बताया कि मामले की जांच कर मृतक परिवार की तहारीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है.
फिरोजाबाद के थाना पचोखरा क्षेत्र के गांव इमलिया में पुलिस गश्त करने गयी थी. जिसमें फौरन सिंह के परिवार के चार लोग रविवार जेल से छूटकर आये थे. पुलिस ने जब उनकी मां शारदा से पूछा कि तेरे बेटे कहां है? वह छूट आये क्या? इसी बात को लेकर पुलिस से महिला की बहस होने लगी और बहस में एक दूसरे को हटाने लगे तो धक्का लगने से महिला गिर गयी और उसकी मौत हो गई.
महिला की मौत की खबर से गांव के काफी लोग इकठ्ठा हो गए ओर पुलिस बल भी वहां मौके पर पहुंच गया.
महिला के जीवित होने की आस में पुलिस उसे सरकारी ट्रामा सेंटर लेकर आई, लेकिन वह पहले ही मर चुकी थी. इस घटना के बाद परिजनों मे पुलिस के खिलाफ गुस्सा बना हुआ है. मोके पर पहुचे पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने इस मामले मे दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए है और शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
मृतक की बेटी मोनिका ने बताया कि, "वह मां के पास सोई थी जब पुलिस उनके घर आई. पुलिस ने पहले उनकी मां से मोनिका के भाइयों के बारे में पूछा, मां ने कहा कि वह यहां नहीं है. इसके बाद पुलिस वालों ने उनका गला पकड़ा और जमीन पर गिरा दिया."
मोनिका ने आरोप लगाया की उनकी मां की मौत पुलिसवालों के गला दबाने की वजह से हुई है.
(इनपुट्स- अमन जैन)
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