गुजरात के स्वास्थ्य राज्य मंत्री कुमार कनानी के बेटे प्रकाश कनानी और उसके दो दोस्तों को सूरत में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के उल्लंघन के आरोप में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया.
प्रकाश कनानी और उसके दोस्तों की, महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव से तीखी बहस हो गई थी, जिसके वीडियो और ऑडियो क्लिप शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, प्रकाश कनानी और उसके दोनों दोस्तों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 269, 270, 188 और 144 के तहत मामला दर्ज किया गया.
सुनीता यादव ने कोरोना लॉकडाउन आदेशों का उल्लंघन करने के लिए 8 जुलाई को नाइट कर्फ्यू के दौरान करीब दस बजे प्रकाश कनानी के दोस्तों को रोका था. इसके बाद दोस्तों ने प्रकाश कनानी को बुलाया, जो कथित तौर पर यादव से बहस करने लगा.
इस बहस के वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल हो गए. क्लिप में प्रकाश कनानी को यादव से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि हम चाहें तो तुम्हें 365 दिन इसी जगह खड़ा रखवा सकते हैं.
मंत्री कुमार कनानी ने आरोप लगाया कि महिला कॉन्स्टेबल ने पूरी रिकॉर्डिंग का केवल एक हिस्सा वायरल कराया. उन्होंने कहा, ''उन्होंने (सुनीता यादव) कई बार वहां मौजूद सभी लोगों को गालियां दीं. उनको मेरे बेटे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी अगर वह गलत है, लेकिन पुलिस को लोगों को गालियां देने कोई अधिकार नहीं है.''
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